राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का सीधा प्रभाव पड़ा: लद्दाख परिषद चुनाव में जीत पर बोली कांग्रेस

डीएन ब्यूरो

लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)- करगिल के चुनाव में कांग्रेस के कई सीट पर जीत हासिल करने के मद्देनजर पार्टी ने कहा कि यह राहुल गांधी के नेतृत्व में की गई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का सीधा असर है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

भारत जोड़ो यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा


नयी दिल्ली: लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)- करगिल के चुनाव में कांग्रेस के कई सीट पर जीत हासिल करने के मद्देनजर पार्टी ने कहा कि यह राहुल गांधी के नेतृत्व में की गई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का सीधा असर है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मीडिया पर भी कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘देश का मीडिया इसे नजरअंदाज कर देगा, लेकिन रुझानों से पता चलता है कि कांग्रेस लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद- करगिल के चुनाव में भाजपा का लगभग पूरा सफाया करते हुए बढ़त बनाए हुए है।’’

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह पिछले महीने लद्दाख में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का सीधा असर है।’’

कांग्रेस महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी ने 10 साल बाद लद्दाख पर्वतीय परिषद चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद क्षेत्र के पहले चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के अपने सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर पूरे क्षेत्र में जीत हासिल की है।’’

वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘क्षेत्र में पिछले महीने की गई राहुल गांधी जी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने लद्दाख और करगिल के लोगों को यह विश्वास दिलाया कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ को उनकी समस्याओं को लेकर गहरी चिंता है और उनकी लोकतांत्रिक भावनाओं को आवाज दिए जाने की जरूरत है।’’

वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘सभी विजयी उम्मीदवारों को बधाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि इससे लद्दाख और करगिल में एक नई लोकतांत्रिक सुबह की शुरुआत होगी।’’

कांग्रेस के एक अन्य नेता पी.चिदंबरम ने कहा कि एलएएचडीसी चुनाव के परिणाम ‘‘ ‘इंडिया’ की शानदार जीत और भाजपा की करारी हार’’ हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इन नतीजों से पता चलता है कि लोगों ने भाजपा के गुमराह करने वाले एजेंडे, अनुच्छेद 370 को रद्द करने एवं राज्य को केंद्र शासित प्रदेशों में तब्दील करने के कदम को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।... अगर कश्मीर घाटी में चुनाव होते हैं, तो भी परिणाम अलग नहीं होंगे।’’

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी कहा कि लद्दाख-करगिल के लोगों ने निर्णायक फैसला दिया है।

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद- करगिल चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर 22 सीट जीती हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

केंद्र द्वारा पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने और लद्दाख को केंद्र-शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद करगिल में लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल का यह पहला चुनाव है।

अधिकारियों ने बताया कि चार अक्टूबर को 26 सीट पर चुनाव हुआ था। प्रशासन 30-सदस्यीय लद्दाख एलएएचडीसी-करगिल के लिए चार सदस्यों को मनोनीत करता है और उनके पास मतदान का अधिकार भी होता है।

अधिकारियों के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने 12 सीट जीतीं और वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस ने 10 सीट पर जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो सीट जीतीं, जबकि दो निर्दलीय उम्मीदवार भी विजय हुए हैं।

 










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