राहुल गांधी ने छोड़ी वायनाड संसदीय सीट, रायबरेली से बने रहेंगे सांसद, प्रियंका गांधी वायनाड से लडे़ंगी चुनाव

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस ने सोमवार को बड़ा फैसला करते हुए कहा कि राहुल गांधी वायनाड सीट छोड़ेंगे। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

रायबरेली से सांसद बने रहेंगे राहुल
रायबरेली से सांसद बने रहेंगे राहुल


नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। वहीं उन्होंने उनके वायनाड सीट छोड़ने की घोषणा  की तो साथ ही यह भी कहा कि, प्रियंका गांधी वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका एलान करते हुए कहा कि राहुल गांधी 2 लोकसभा सीटों से जीते हैं, लेकिन कानून के मुताबिक उन्हें एक सीट खाली करनी होगी। राहुल गांधी रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड लोकसभा सीट खाली करेंगे।

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इस दौरान उन्होंने प्रियंका गांधी के एक पुराने स्लोगन 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' का प्रयोग करते हुए कहा कि वह वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी। इस तरह कांग्रेस ने एक ही दिन में दो बड़ी घोषणाएं की हैं। एक तो राहुल गांधी का निर्णय कि वह रायबरेली से ही सांसद बने रहेंगे और दूसरा कांग्रेस ने वायनाड उपचुनाव के लिए अपना प्रत्याशी भी उतार दिया है। 

गौरतलब है कि रायबरेली लोकसभा सीट गांधी परिवार का परंपरागत गढ़ माना जाता है। प्रियंका गांधी से लेकर राहुल गांधी तक रायबरेली के साथ गांधी परिवार का 103 साल पुराना सियासी नाता बता रहे हैं। आजादी के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव हुए तो रायबरेली से इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी चुनाव लड़े और जीतकर सांसद बने थे।

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उसके बाद से इंदिरा गांधी ने अपनी कर्मभूमि बनाई। 1967 के आम चुनाव में इंदिरा गांधी ने यहां से जीत हासिल की। इसके बाद 1971 के चुनावों में भी इंदिरा गांधी यहां से जीतीं, लेकिन 1977 में हार गईं। हालांकि, 1980 में फिर से जीतने में कामयाब रहीं, लेकिन उन्होंने सीट छोड़ दी। 2004 में 44 साल के बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली को अपना राजनीतिक क्षेत्र बनाया और अब राहुल गांधी को सौंप दिया है।










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