Covid-19: पढिये देश भर से कोरोना के कहर की ये दर्दनाक कहानियां, बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी से तड़पते मरीज, परिजन बेबस

डीएन ब्यूरो

देश भर में कोरोन की बेकाबू होती स्थिति के बीच अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की भारी कमी की शिकायतें भी सामने आने लगी है। रेमडेसिविर इंजेक्शन न मिलने से भी कोरोना संक्रमितों के परिजनों में भारी रोष है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

अस्पतालों में भी बड़ी लाचारी हालात (फाइल फोटो)
अस्पतालों में भी बड़ी लाचारी हालात (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: देश में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के मामलों के कारण हालत बेहद चिंताजनक होने लगे हैं। यह महामारी हमारी बदइंतजामी और  लटर स्वास्थ्य तंत्र की भी पोल खोल रही है। अस्पतालों में बेड की भारी कमी के साथ-साथ ऑक्सीजन की सप्लाई की कमी की शिकायतें सामने आ रही है। ऑक्सीजन की डिमांड पूरा करने के लिये अब अस्पतालों के पसीने छूटने लगे हैं। इसके अलावा मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन और दवाइयां न मिलने के चिंताजनक मामले भी सामने आ रहे हैं।

पुणें में धरने पर बैठे मरीजों के परिजन

पुणे में रेमडेसिविर इंजेक्शन न मिलने के कारण अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के परिजनों का गुरुवार को गुस्सा फूट पड़ा। मरीजों के परिजनों ने यहां पुणे के जिला कलेक्टर के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अस्पताल उन्हें खुद रेमडेसिविर इंजेक्शन लाने को बोल रहा है।  

एक प्रदर्शनकारी महिला का कहना था कि अस्पताल में भर्ती अपने परिजन के लिए वह 3 दिन से रेमडेसिविर इंजेक्शन ढूंढ रही है। महिला ने बताया कि अस्पताल ने उनसे इंजेक्शन लाने और इसका इंतजाम करने को कहा।  

मध्य प्रदेश में वार्ड ब्वॉय द्वारा मरीज से ऑक्सीजन सपोर्ट हाटने की तस्वीर सीसीटीवी में कैद 

एक अन्य महिला का कहना है कि उसके पिता पिछले 6 दिन से आईसीयू में भर्ती है लेकिन उनको उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि अस्पताल ने उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यस्था करने को कहा है। वह कई शहरों में इस इंजेक्शन के बारे में पता कर चुकी है लेकिन उसे अपने पिता के लिये इंजेक्शन अब तक नहीं मिल सका। 

मध्य प्रदेश के रायसेन में बेड के अभाव में मरीज़ अस्पताल के बाहर तड़प रहे हैं। बताया जाता है कि हॉस्पिटल के पास ना बेड हैं ना ऑक्सीजन है। सिटी हॉस्पिटल के आशीष गोस्वामी का कहना है कि हमें हर रोज़ 90 ऑक्सीजन सिलेंडर चाहिए, लेकिन केवल 30 ही मिल पा रहे हैं, यानी 60 सिलेंडर कम हैं, इसकी कमी के कारण मौतें भी हो रही हैं।

गुजरात के सिविल अस्पताल के बार लगी एंबूलेंस की कतार 

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिला अस्पताल में एक कोविड-19 मरीज की इसलिये मौत हो गई, क्योंकि वार्ड ब्वॉय ने मरीज से ऑक्सीजन सपोर्ट हटा दिया था। बताया जाता है कि दूसरे मरीज को भी ऑक्सीजन की जरूरत थी, जिसके चलते वार्ड ब्वॉय ने एक मरीज से ऑक्सीजन सपोर्ट हटाया और उसकी मौत हो गई। 

छत्तसीगढ़ के राजनंदगांव जनपद के डोंगारगांव ब्लॉक में ऑक्सीजन न मिल पाने के कारण 4 कोविड-19 मरीजों की मौत हो गई। इनमें से तीन की मौत कोविड केयर सेंटर में हुई जबकि एक मरीज की मौत कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर में हुई। बताया जाता है कि इस सभी को एक कचरे की गाड़ी से अंतिम संस्कार के लिये ले जाया गया। 










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