

महाकुंभ में हज़ारों CCTV कैमरे लगाए गए हैं लेकिन फिर भी सरकार ने अभी तक कोई हादसे का फुटेज जारी नहीं किया है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिए आखिर सरकार क्या छिपाना चाहती है।
प्रयागराज: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर मची भगदड़ ने तमाम लोगों के दिल को दहला दिया है। देश की जनता के मन में इस हादसे को लेकर कई सवाल हैं, जिनके जवाब उन्हें नहीं मिल रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, महाकुंभ में श्रद्धालुओं की काउंटिंग और ट्रैकिंग के लिए मेला क्षेत्र के अंदर 200 स्थानों पर लगभग 744 अस्थायी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जबकि शहर के अंदर 268 स्थानों पर 1107 स्थायी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।
कैमरों से हो रही है मॉनिटरिंग
इसके अलावा 100 से ज्यादा पार्किंग स्थलों पर 720 सीसीटीवी कैमरो का इंस्टॉलेशन किया गया हैं। इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर के अलावा पुलिस लाइन कंट्रोल रूम व अरैल एवं झूंसी क्षेत्र में भी व्यूइंग सेंटर हैं, जहां से श्रद्धालुओं की मॉनिटरिंग की जा रही है।
कहां है हादसे का CCTV फुटेज?
महाकुंभ में लगे इतने कैमरों और लगातार मॉनिटरिंग होने के बाद भी सरकार अब तक सीसीटीवी फुटेज जारी क्यों नहीं कर पाई। ये सवाल अभी भी लोगों के मन में है। क्या सरकार जनता से हादसे का सच छिपाना चाहती है?
यही सवाल भोजपुरी सिंगर नेहा सिंह राठौर का भी है। उन्होंने महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि महाकुंभ में लगभग 2700 CCTV कैमरे लगाए गए हैं, फिर भी भगदड़ का कोई वीडियो जारी क्यों नहीं किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि सरकार आखिर क्या छुपाना चाहती है? भगदड़ के कारणों को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं, लेकिन सरकार वीडियो जारी कर अफवाहों पर विराम क्यों नहीं लगा रही? क्या यह वीडियो परिजनों को अपने लापता लोगों को खोजने में मदद नहीं करेगा? क्या इसे देखकर लोग भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सबक नहीं लेंगे?”
बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान के लिए उमड़ी भीड़ में भगदड़ की स्थिति बन गई थी, सरकारी आंकड़े के अनुसार इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 अन्य घायल हो गए थे।