पीएम मोदी ने 52वीं बार अपने "मन की बात" रखी, जानिए क्या कहा उन्होंने..

डीएन ब्यूरो

बीते साल में पीएम मोदी 51 बार अपने “मन की बात” बता चुके हैं, वो अलग बात है कि हम अब तक नहीं समझ पाए हैं कि उनके मन में क्या चल रहा है? आज उन्होंने 52वीं बार अपने मन की बात रखी। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें क्या कहा पीएम मोदी ने..

पीएम मोदी ने 52वीं बार रखी अपने "मन की बात"
पीएम मोदी ने 52वीं बार रखी अपने "मन की बात"


नई दिल्ली: बीते साल में पीएम मोदी  51 बार अपने "मन की बात" रख चुके हैं। पिछले वर्ष 30 दिसंबर को उन्होंने 51वीं बार अपने "मन की बात" रखी थी। आज 52वीं बार उन्होंने अपने "मन की बात" रखी। खास बात यह है कि यह 2019 के "मन की बात" का पहला एपिसोड है। डाइनामाइट न्यूज़ आपको इस रिपोर्ट में बता रहा है कि क्या कहा पीएम मोदी ने "मन की बात" में..

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मोदी ने शिवकुमार स्वामी को श्रद्धांजलि के साथ मन की बात शुरू की

पीएम मोदी ने सिद्धगंगा मठ के महंत शिवकुमार स्वामी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मन की बात शुरु की। आपको बता दें कि सिद्धगंगा मठ के महंत शिवकुमार स्वामी का हाल ही में 21 जनवरी को निधन हुआ था।

चुनाव आयोग की प्रशंसा की

उन्होंने कहा कि हमें अपने चुनाव आयोग पर गर्व महसूस करना चाहिए। चुनाव आयोग बहुत बेहतर कार्य कर रहा है। हमें अपने चुनाव आयोग पर भरोसा करना चाहिए। चुनाव आयोग ने बेहद कठिन क्षेत्रों में भी मतदान केंद्र की स्थापना की है। हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में भी मतदान केंद्र है। वहीं अंडमान में भी मतदान केंद्र स्थापित किया गया है।

युवा मतदाता के रूप में पंजीकृत हों
उन्होंने उम्मीद जताई कि तमाम युवा मतदाता के रूप में पंजीकृत होंगे और अपने वोट देने के अधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देश के चुनाव आयोग पर भरोसा करें और खुद को मतदाता के रूप में पंजीकृत करें।

देश ने कई महापुरुषों को दिया जन्म
उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जिसने कई महापुरुषों को जन्म दिया है। मन की बात में उन्होंने कई महापुरुषों को याद किया। इस अवसर पर उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस, संत रविदास, राजा रवि वर्मा, रवींद्रनाथ टैगोर आदि का ज़िक्र किया।

नेताजी की फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग को पूरा करने में खुश हैं..

भारत कई महापुरुषों की जन्मभूमि रहा है। ऐसे ही लोगों में से एक नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। 23 जनवरी को राष्ट्र ने उनका जन्मदिन अलग तरीके से मनाया। मुझे एक संग्रहालय का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया था जो भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को समर्पित था। अंडमान की अपनी हालिया यात्रा के दौरान, मैंने 30 दिसंबर को उसी स्थान पर तिरंगा फहराया, जहां नेताजी ने 75 साल पहले झंडा फहराया था। जब मैंने 30 अक्टूबर को लाल किले में भारतीय ध्वज को फहराया तो बहुत से लोग आश्चर्यचकित थे, यह नींव आज़ाद हिंद फौज के 75 वें वर्ष के उपलक्ष्य में रखी गई है। 

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नेताजी को हमेशा एक बहादुर सैनिक और एक संयोजक के रूप में याद किया जाएगा। जैसे, उनके नारों के साथ; 'दिल्ली चालो', 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा'!

उन्होंने हर भारतीय के दिल में अपने लिए एक खास जगह बनाई। नेताजी की मौत से जुड़ी फाइलों को जारी करने की लगातार मांग की जा रही थी। फाइलें सार्वजनिक करने के लिए इन मांगों को पूरा करने में हमें खुशी है: पीएम मोदी

कवि रविदास को किया याद 

19 फरवरी को रविदास जयंती के रूप में मनाया जाता है। मोदी मन की बात में उस प्रसिद्ध कवि की बात करते हैं जिन्होंने जाति व्यवस्था पर एक संदेश दिया। उन्होंने उनकी एक कविता का ज़िक्र करते हुए कहा, “एक कविता जो बोलती है कि पुरुषों को कैसे जातियों में विभाजित किया गया है और अंदर से खोखला कर दिया गया है। कवि रविदास ने हमेशा कड़ी मेहनत के महत्व के बारे में बात की।”

पिछले चार वर्षों में हुए अधिक सफल अंतरिक्ष अभियान

पीएम मोदी ने कहा, "आज, हमारा अंतरिक्ष कार्यक्रम कई युवा वैज्ञानिकों द्वारा संचालित है। हमें इस तथ्य पर गर्व करना चाहिए कि हमारे छात्रों द्वारा विकसित उपग्रह आज अंतरिक्ष में पहुंच रहे हैं। 24 जनवरी को हमारे छात्रों द्वारा बनाए गए कलाम सैट को लॉन्च किया गया था। हम जल्द ही चंद्रयान -2 अभियान के माध्यम से चंद्रमा पर भारत की उपस्थिति दर्ज करेंगे।" उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से 2014 तक जितने भी सफल अंतरिक्ष अभियान हुए, उतने पिछले चार सालों में हुए हैं। पिछले चार सालों में अधिक सफल अंतरिक्ष अभियान हुए हैं।

 

 

 


 

 

 

 

 

 

 

 

 

 










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