आज भी यादों में जिंदा हैं महराजगंज के लाल शहीद पंकज त्रिपाठी, याद कर नम हो जाती है आंखें

डीएन संवाददाता

पुलवामा में हुए आतंकी हमले को आज 4 वर्ष पूरे हो गए जिसमें महराजगंज जनपद के फरेंदा निवासी पंकज त्रिपाठी भी शहीद हो गए थे। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

श्रद्धांजली अर्पित करते शहीद पंकज त्रिपाठी के पिता
श्रद्धांजली अर्पित करते शहीद पंकज त्रिपाठी के पिता


महराजगंजः 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में फरेंदा थाना क्षेत्र के हरपुर बेलहिया निवासी सीआरपीएफ जवान पंकज त्रिपाठी शहीद हो गए थे। उनकी शहादत को आज चार वर्ष पूरे हो चुके हैं। शहीद पंकज त्रिपाठी को याद कर परिवार और गांव के लोगों का सीना तो गर्व से चौड़ा हो जाता है लेकिन उनके आंखों की नमीं शहीद पंकज त्रिपाठी के शहादत का भी अहसास कराती हैं।

बता दें कि महराजगंज जिले के लाल पंकज त्रिपाठी के शहीद होने की सूचना जैसे ही जिले में पहुंची चारों तरफ शोक की लहर दौड़ पड़ी थी। पंकज त्रिपाठी का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी से उनके पैतृक गांव हरपुर बेलहिया लाया गया। जहां तिरंगे में लिपटे शहीद को देखने और उनको अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग जुटे थे।

शहीद पंकज त्रिपाठी के नाम से होती है गाँव की पहचान
फरेंदा क्षेत्र का हरपुर बेलहिया गाँव अब शहीद पंकज त्रिपाठी के नाम से जाना जाता है। बता दें कि गाँव के प्राथमिक विद्यालय को शहीद पंकज त्रिपाठी का नाम दिया गया है। उनके नाम से हरपुर गाँव में शहीद स्थल का निर्माण कराया गया है जिसमें अमर शहीद पंकज त्रिपाठी की मूर्ति भी स्थापित है। शहीद पंकज त्रिपाठी के घर की तरफ जाने वाला रास्ता अब शहीद मार्ग के नाम से जाना जाता है।

परिवार के लोगों ने अर्पित की श्रद्धांजलि
हरपुर बेलहिया गांव में शहीद पंकज त्रिपाठी के गांव पर आयोजित शहीद मेले में उनके पिता ओम प्रकाश त्रिपाठी, पत्नी रोहणी, भाई शुभम, पुत्र प्रतीक और बेटी वान्या ने शहीद के मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सभी की आंखें नम हो गई। इस दौरान उप जिलाधिकारी मदन मोहन वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी कोमल प्रसाद मिश्र, थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार राय, पूर्व विधायक प्रतिनिधि अविनाश प्रताप सिंह, एसीसी अधिकारी एसके गौड़, राघवेंद्र मिश्र ने भी श्रद्धांजलि अर्पित किया।










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