त्रिपुरा में 2026-27 तक 7000 हेक्टेयर भूमि पर लगाए जाएंगे पाम के पौधे

त्रिपुरा सरकार ने वित्त वर्ष 2026-27 तक 7000 हेक्टेयर भूमि पर पाम के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। एक मंत्री ने यह जानकारी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Updated : 30 November 2023, 1:03 PM IST
google-preferred

अगरतला:  त्रिपुरा सरकार ने वित्त वर्ष 2026-27 तक 7000 हेक्टेयर भूमि पर पाम के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। एक मंत्री ने यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पाम के वृक्ष से बीज निकलते हैं जिससे तेल बनाया जाता है।

कृषि मंत्री रतन लाल नाथ ने बताया कि अभी इस पूर्वोत्तर राज्य में 56.35 हेक्टेयर भूमि पर पाम के पौधे लगाए जाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य में इसका विस्तार करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और भारतीय ऑयल पाम अनुसंधान संस्थान द्वारा 2020 में ‘डिजिटल मैपिंग’ की गई।’’

नाथ ने कहा, ‘‘ उसमें से 7000 हेक्टेयर भूमि पर 2026-27 तक पाम के पौधे लगाए जाएंगे।’’

उन्होंने बताया कि इसके लिए कृषि विभाग ने राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन के तहत गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड और पतंजलि फूड प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

देश में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, गोवा, असम, त्रिपुरा, नगालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में पात तेल के सबसे बड़े उत्पादक राज्य हैं। नाथ ने बताया कि इंडोनेशिया, मलेशिया, नाइजीरिया, कंबोडिया और थाईलैंड जैसे देश दुनिया में 90 प्रतिशत पाम तेल का उत्पादन करते हैं।

 

Published : 
  • 30 November 2023, 1:03 PM IST

Related News

No related posts found.