भारत-नेपाल सीमा से सटे सीमावर्ती इलाकों के बाशिंदों के लिए वरदान साबित हाे रहा है 'ऑपरेशन कवच'

डीएन ब्यूरो

भारत नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के सीमावर्ती पांच थानाक्षेत्रों में नागरिक पुलिस सीमा सुरक्षा एजेंसियों संग 'ऑपरेशन कवच' महाभियान चलाकर भारतीय परिवारों को सीमा पार से होने वाली तस्करी, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों व अन्य अपराधों की रोकथाम के लिये जागरूक करने में जुटी है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

पुलिस और सीमा सुरक्षा एजेंसियों का 'ऑपरेशन कवच'
पुलिस और सीमा सुरक्षा एजेंसियों का 'ऑपरेशन कवच'


बलरामपुर: भारत नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के सीमावर्ती पांच थानाक्षेत्रों में नागरिक पुलिस सीमा सुरक्षा एजेंसियों संग “ऑपरेशन कवच” महाभियान चलाकर भारतीय परिवारों को सीमा पार से होने वाली तस्करी, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों व अन्य अपराधों की रोकथाम के लिये जागरूक करने में जुटी है। 

सरकार का यह अभियान सीमावर्ती बाशिंदोंके लिये वरदान साबित हो रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक नमृता श्रीवास्तव ने शनिवार को यूनीवार्ता को बताया कि जिले की 94.5 किलोमीटर लंबी भारत नेपाल खुली सीमा परिधि से दस किलोमीटर भारतीय इलाकों के गैसडी, पचपेड़वा, हरैया, तुलसीपुर और ललिया समेत पांच थानाक्षेत्रों के प्रत्येक गांव में ग्राम सुरक्षा समिति बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे आपराधिक किस्म के लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

उन्होनें बताया कि पूर्व में तस्करी के मामलों के हुये खुलासों में सीमा से सटे ग्रामीण परिवारों के युवक युवतियों को ज़रा सा प्रलोभन देकर तस्करों द्वारा अवैध तरीके से सामानों को इस पार से सीमा पार लाने ले जाने में कुरियर इन का काम लिये जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। इसके अलावा भारत नेपाल मित्र देशों के मध्य चल रहे रोटी बेटी के सम्बन्धों का फायदा उठाकर बड़े कारोबारी गरीब परिवारों के लोगों को अपराधों में शामिल करने में जुटे रहते है। उन्होनें बताया कि इन अपराधों में संलिप्ता को लेकर समितियों के सदस्यों संग ऑपरेशन कवच के तहत एसएसबी के अधिकारियों और थानों की पुलिस की संयुक्त बैठकें कर उन्हें ग्रामीण परिवारों को सीमा पार से होने वाली मानव तस्करी, मादक द्रव्य, असलहों, इलेक्ट्रानिक सामानों, राशन, मेटल व अन्य सामानों, की तस्करी, आपराधिक गतिविधियों, अनधिकृत व्यक्तियों की घुसपैठ, मनी एक्सचेंज, वन्यजीवों के शिकार व अंगों की तस्करी की प्रभावी रोकथाम और दोहरी नागरिकता पर अंकुश के लिये सरकारी तंत्र की सहायता करने और उनमें देशप्रेम की भावना जागृत कर विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी रही है।
उन्होनें बताया कि सीमावर्ती गांव त्रिलोकपुर,पचपेड़वा, बनकटवा, मझगवां, वेतहानियां, जरवा समेत दर्जनों गांवों में लघुफिल्म के माध्यम से थारुजनजाति,वनटांगिया सहित गरीब वंचित परिवारों को राष्ट्रप्रेम के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

 श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार के निर्देश पर बार्डर एरिया के उत्थान के लिये चलायी जा रही इस त्रिनेत्र योजना के तहत सीमा परिधि में स्थित गैरपरम्परागत रास्तों,जंगली,दुर्गम मार्गों, पगडंडियों,रेलमार्ग व सड़क मार्गों पर सुरक्षा जवान निरन्तर सीमापार से आने जाने वालों की गहन पड़ताल कर उनके बारे में पुख्ता जानकारी हासिल कर उन्हें सूचीबद्व कर रहे है।

उन्होनें बताया कि एसएसबी सीमा सुरक्षा के साथ निरंतर सीमांत क्षेत्रों में सामाजिक चेतना अभियान चलाकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे गरीब परिवारों में शिक्षा,रोजगार संग सामाजिक समरसता का संदेश सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रसारित कर उनमें ऊर्जा का संचार करने का सफल प्रयास करने में लगी है।










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