10 बैंकों के विलय के विरोध में एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल
केंद्र सरकार के 10 सरकारी बैंकों के चार बैंकों में विलय के फैसले का विरोध करते हुए मंगलवार को देश भर के सरकारी और निजी बैंकों के लगभग तीन लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं।
हैदराबाद: केंद्र सरकार के 10 सरकारी बैंकों के चार बैंकों में विलय के फैसले का विरोध करते हुए मंगलवार को देश भर के सरकारी और निजी बैंकों के लगभग तीन लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सी. वेंकटचलम ने यूनीवार्ता को बताया कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण देश भर में सामान्य बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहेंगी। अधिकारी भी हड़ताल को समर्थन दे रहे हैं लिहाजा शाखाओं में लिपिक कार्य स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
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All India Bank Employees Association (AIBEA) and Bank Employees Federation of India (BEFI) have called an all-India bank strike on October 22 in protest against the mergers of 10 public sector banks.
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— ANI (@ANI) October 20, 2019
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उन्होंने बताया कि बैंक चेक नहीं ले रहे हैं, लिहाजा चेक का भुगतान बाधित हुआ है। वित्त विभाग का लेन-देन भी प्रभावित हुआ है। एटीएम में भी नकदी की कमी हो गयी है। वेंकटचलम ने बताया कि कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ सभी शहरों और कस्बों में जुलूस और रैलियां निकालीं तथा विरोध-प्रदर्शन किया। बैंक कर्मचारी सरकार से फैसला वापस लेने की मांग कर रहे हैं। (वार्ता)