दो साल से होती रही रैगिंग लेकिन सोया रहा जिला प्रशासन और खुफिया तंत्र? ITM महराजगंज के प्रबंध तंत्र को किस स्वार्थ में बचाते रहे अफसर?

शिवेंद्र चतुर्वेदी

महराजगंज जिले के बदनाम ITM इंजीनियरिंग कालेज में रैगिंग से भड़के छात्रों के बवाल के बाद बड़ा खुलासा हुआ है कि पिछले दो साल से यहां पर रैगिंग हो रही थी इसके बाद भी कहीं कोई कार्यवाही नहीं, यदि आज भी छात्रों ने हंगामा न किया होता तो ये खबर भी दब जाती कि कहीं कोई रैगिंग जैसी बात है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..



महराजगंज: जिले के लिए सिरदर्द बन चुका चेहरी का ITM इंजीनियरिंग कालेज आये दिन किसी न किसी गलत वजह से चर्चा में बना रहता है। यहां पढ़ने वाले छात्रों के मुताबिक पिछले दो साल से यहां रैगिंग चल रही है लेकिन फिर भी जिले के अफसर मौन साधे रहे, आखिर क्यों? इससे भी बड़ा सवाल उठ रहा है जिले की अभिसूचना इकाई पर? यहां कार्यरत खुफिया विभाग के कारिंदे आखिरकार इतनी बड़ी अराजकता से क्यों अंजान बने रहे? य़ह रहस्यमय सवाल है, जिसका जवाब मिलना बेहद जरुरी है तभी समूचे प्रकरण से पर्दा उठ पायेगा।


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इधर छात्रों ने डाइनामाइट न्यूज़ को दिये इंटरव्यू में बताया कि परसों हुई भयानक रैगिंग के बाद कल पुलिस को इसकी सूचना दे दी गयी थी फिर भी पुलिस ने कालेज मैनेजमेंट के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की, आखिर कोतवाली पुलिस पर किसका दबाव था? कौन हैं पर्दे के पीछे के खिलाड़ी जो कालेज के अंदर चल रही इस गैरकानूनी और अराजक गतिविधियों को अपना गुप्त समर्थन दिये हुए थे, इसका खुलासा होना बेहद जरुरी है।

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जिला प्रशासन के अफसर यदि इसी तरह कालेज के प्रबंध तंत्र को बचाते रहे तो कभी भी बड़ी अनहोनी घट सकती है फिर ये अफसर क्या जवाब सीएम को देंगे?










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