NIA ने जुटाए सबूत, सलोन में बना था बांग्लादेशी का फर्जी प्रमाण पत्र

रायबरेली के सलोन में एक बांग्लादेशी नागरिक का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बना दिया गया, जिसकी जांच करने एनआईए की टीम पहुंची थी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 September 2024, 9:55 AM IST
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रायबरेली: जिले के सलोन ब्लॉक (Salon Block) के अंदर जारी हुए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के मामले में एनआईए (NIA) की टीम गोपनीय तरीके से इसकी जांच कर रही है। इस संबंध में एनआईए की टीम ने स्वास्थ्य विभाग में पंचायत राज विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने बताया कि सूत्रों के अनुसार रायबरेली (Raebareli) जिले में एक बांग्लादेशी नागरिक का जन्म प्रमाण पत्र जारी हुआ है। एनआईए आरोपी की कुंडली खंगाल रही है। इसके लिए एनआईए टीम ने स्वास्थ्य विभाग में पंचायत राज विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली है।

प्रपत्रों की जांच
एनआईए की गिरफ्त में आए देश विरोधी गतिविधियों में शामिल बांग्लादेश (Bangladesh) के निवासी मोहम्मद जाकिर का जन्म प्रमाण पत्र गाजियाबाद के साथ-साथ सलोन से भी जारी हुआ था। एनआईए की टीम जन्म प्रमाण पत्र जारी होने की प्रक्रिया को भी समझ रही है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र प्रकरण में टीम मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंची थी। सबसे पहले सीएमओ कार्यालय (CMO Office) पहुंचकर प्रपत्रों की जांच की फिर केरल से आई टीम में शामिल डिप्टी एसपी राजन और बेंगलुरु से सहायक संतोष कुमार (Santosh Kumar) ने जारी प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी ली।

गाजियाबाद से भी जारी 
देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बंद मोहम्मद जाकिर के जारी जन्म प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी जुटाई गई। जाकिर के नाम सलोन के प्यारेपुर से जन्म प्रमाण पत्र जारी हुआ है। इसके साथ ही उसका एक जन्म प्रमाण पत्र गाजियाबाद (Ghaziabad) से भी जारी हुआ है, जबकि वह बांग्लादेश का रहने वाला है। इसके बाद एनआईए की टीम ने पंचायत राज विभाग में पहुंचकर निलंबित पंचायत सचिव के बारे में जानकारी ली और उसका निलंबन आदेश की फोटो प्रति भी ली। सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि एनआईए के अधिकारी आए थे। जन्म प्रमाण पत्र की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेकर चले गए थे।