लखीमपुर खीरी हिंसा में नया मोड़: भाजपा के ही सांसद ने कर दी सीबीआई जांच की मांग

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की जांच सीबीआई से कराने और पीड़ित परिवारों के लिए एक करोड़ रूपये मुआवजे की मांग की है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी (फाइल फोटो)
भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी (फाइल फोटो)


लखनऊः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने और पीड़ित परिवारों के लिए एक करोड़ रूपये मुआवजे की मांग की है। वरुण गांधी ने सोमवार को हिंसा में मारे गए किसानों को शहीद बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र को ट्वीट करते हुए कहा, “लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई करने का निवेदन करता हूं।”

उन्होंने कहा, “लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलने की घटना हृदय विदारक है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती मनाई थी। अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह अक्षम्य है।”

वरुण गांधी ने अपने पत्र में लिखा, “आंदोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक है। अगर कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो हमें उनके साथ संयम से बर्ताव करना चाहिए।” उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील करते लिखा, “इस घटना में शामिल संदिग्धों को तत्काल चिह्नित कर धारा हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।”

इससे पहले भी वरुण गांधी बीते कई मौकों पर किसान मुद्दों को लेकर अपनी ही पार्टी की भाजपा सरकार की आलोचना करते आए हैं। उल्लेखनीय है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर कल लखीमपुर खीरी में कार द्वारा किसानों को कथित तौर पर कुचलने का आरोप लगा है। यह किसान हजारों की संख्या में केंद्रीय मंत्री के एक कार्यक्रम का विरोध करने के लिए जमा हुए थे।

किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि मंत्री के बेटे के काफिले में शामिल वाहनों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचला। इसके बाद हिंसा भड़क उठी ।










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