

उत्तराखंड के चमोली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां सुभाई मोटर मार्ग पर एक जली हुई कार से महिला का कंकाल मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले के ज्योतिर्मठ क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। बीते 6 अप्रैल को सुभाई मोटर मार्ग पर एक जली हुई कार से महिला का कंकाल मिलने के बाद, अब उसी महिला के भाई का शव भी घटनास्थल के पास 200 मीटर गहरी खाई से बरामद किया गया है। इस रहस्यमयी हादसे से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और लोग स्तब्ध हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटनास्थल पर मिली कार कर्नाटक नंबर (KA 01 AG 0590) की थी। जांच में कार में मौजूद जले हुए अवशेष की पहचान ओडिशा के रायगढ़ की रहने वाली श्वेता सेनापति के रूप में हुई। श्वेता के कंकाल की पुष्टि के कुछ ही दिनों बाद, 10 अप्रैल को उसी स्थान से कुछ दूरी पर एक गहरी खाई से एक पुरुष का शव मिला, जिसकी पहचान उसके भाई सुनील सेनापति के रूप में की गई है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि श्वेता और सुनील मूलतः ओडिशा से थे और कुछ समय विशाखापट्टनम में भी रहे। इसके बाद वे बेंगलुरु और फिर उत्तराखंड के हरिद्वार आए, जहां उन्होंने एक साड़ी की दुकान शुरू की, जो अधिक समय तक नहीं चल सकी। आर्थिक तंगी और पारिवारिक त्रासदी जिसमें उनके माता-पिता और एक अन्य भाई की मृत्यु शामिल है, ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया था। कुछ महीने पहले ही दोनों भाई-बहन ज्योतिर्मठ के सुभाई क्षेत्र में रहने आ गए थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह मामला आत्महत्या की ओर इशारा करता है, हालांकि सटीक कारणों का पता लगाने के लिए मामले की गहनता से जांच की जा रही है। चमोली के पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि दोनों के मोबाइल फोन, दस्तावेजों और अन्य डिजिटल साक्ष्यों की पड़ताल की जा रही है।
इस दर्दनाक हादसे से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोग घटना को लेकर स्तब्ध हैं और प्रशासन से जल्द से जल्द सच्चाई सामने लाने की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि श्वेता के कंकाल की खबर सबसे पहले डाइनामाइट न्यूज़ ने प्रकाशित की थी, जिसके बाद से यह मामला राज्यभर में चर्चा का विषय बन गया।