सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मुर्शिदाबाद हिंसा मामला, SIT गठन की उठी मांग

मुर्शिदाबाद हिंसा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। जिसके बाद इस मामले में एक नया मोड आ गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 April 2025, 5:47 PM IST
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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। जहां एक याचिका दाखिल की गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इस याचिका में कोर्ट से हिंसा की घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित करने की मांग की गई है। याचिका में यह भी अनुरोध किया गया है कि कोर्ट पश्चिम बंगाल सरकार से कानून-व्यवस्था पर जवाब तलब करें, हिंसा पर नियंत्रण लगाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आदेश दे।

जानिए कब भड़की थी हिंसा

11 अप्रैल, 2025 को मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर जमकर उपद्रव किया, जिसमें पुलिस वैन और अन्य वाहनों में आग लगा दी गई, सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया और सड़कें जाम कर दी गईं। हिंसा के कारण इलाके में तनाव फैल गया और शनिवार को भी कुछ स्थानों से हिंसा की खबरें आईं। हालांकि, पुलिस ने बताया कि अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, दुकानों को फिर से खोला जा रहा है और विस्थापित परिवार वापस लौटने लगे हैं।

19 परिवार अपने घरों को लौटें

अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 19 परिवार अपने घरों को वापस लौट चुके हैं और दोनों जिलों के प्रशासन ने विस्थापित लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम किया है। शमीम ने यह भी कहा कि अफवाहों के प्रसार को रोकना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि अफवाहें ही हिंसा को बढ़ावा देती हैं।

पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां

मुर्शिदाबाद और इसके आसपास के इलाकों में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 210 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि हिंसा के दौरान एक घटना में पिता और पुत्र की नृशंस हत्या की गई थी, जिसमें पुलिस अलग से मामला दर्ज करने की योजना बना रही है। दोषियों और तमाशबीनों को जवाबदेह ठहराया जाएगा, और उनकी पहचान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।