महराजगंज: PWD के अफसर ठेकेदार पर मेहरबान, अधूरी सड़क पर रातों-रात लगा कार्य पूर्ण होने का बोर्ड, पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ के ये बड़ा खुलासा

डीएन ब्यूरो

महराजगंज जनपद में PWD के अधिकारियों की मेहरबानी से ठेकेदार के वारे-न्यारे है। अफसर ठेकेदार पर इस कदर मेहरबान हैं कि अधूरी सड़क पर रातों-रात कार्य पूर्ण होने का बोर्ड लगवा दिया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज का बड़ा खुलास



महराजगंज: जनपद में सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों और ठेकेदार के गठजोड़ का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। अफसर ठेकेदार पर कितने मेहरबान हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सड़क निर्माण अब भी अधूरा है लेकिन सड़क पर  रातों रात कार्य पूरा होने का बोर्ड लगवा दिया गया।

डाइनामाइट न्यूज़ टीम ने जब इस सड़क की जमीनी हकीकत देखी तो कई चौंकाने वाला बातें सामने आई। अधूरी सड़क पर बिखरी गिट्टियों और गड्ढ़ों में फिसलकर रोड यूजर्स और राहगीर आये दिन चोटिल हो रहे हैं।  

अफसरों-ठेकेदार ने गठजोड़ कर रातों-रात लगया बोर्ड

अप्रैल 2022 में पूरी सड़क आज भी अधूरी

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक यह मामला 12.300 किलोमीटर लंबी महराजगंज बाईपास मार्ग के निर्माण से जुड़ा हुआ है। शिकारपुर से सिंदुरिया तक की इस सड़क का निर्माण कार्य पिछले वर्ष शुरू हुआ था। ठेकेदार द्वारा रातों-रात लगाये गये बोर्ड के अनुसार 5 जून 2021 को यहां सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ। रातों-रात लगे बोर्ड पर दर्शाया गया है कि 2592.08 लाख रूपये की लागत से बनी इस सड़क का निर्माण कार्य इसी साल 4 अप्रैल 2022 को पूर्ण हो चुका है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। 

रोड यूजर्स के लिए जानलेवा साबित हो रही अधूरी सड़क

विवरण बोर्ड पर काम पूरा, जमीन पर अधूरा

ठेकेदार की चकरघिन्नी में पीडब्लूडी के अफसर कुछ इस तरह फंसे कि सड़क निर्माण का कार्य अधूरा होने के बावजूद भी विवरण बोर्ड पर काम पूरा दिखा दिया गया, जबकि हकीकत में यह रोड अभी तक आधी भी नहीं बनी है। 

लोक निर्माण मंत्री को भी किया गुमराह

चौराहे पर रातों-रात लगाया गया बोर्ड ठेकेदार की मनमर्जी और अफसरों के गठजोड़ का साफ उजागर कर रहा है। इस बोर्ड ने जिले के आलाधिकारी तो छोड़िए उत्तर प्रदेश सरकार के लोकनिर्माण मंत्री को भी गुमराह कर डाला। 

आंखों में धूल झौंकने को लगाया बोर्ड

बता दें कि एक दिन पहले ही जिले में लोकनिर्माण मंत्री जितिन प्रसाद का दौरा था, जिनको गुमराह करने के लिए रातों-रात PWD के अधिकारियों ने ठेकेदार से यहां कार्य पूर्ण का बोर्ड लगवा डाला। 

सड़क पर जहां-तहां लगा गिट्टियों का अंबार

12 किमी से लंबी सड़क केवल 5 किमी तक बनी

बारह किलोमीटर से अधिक लंबी यह सड़क अभी महज भिस्वा से रजवल पुल तक ही बनी है, जो केवल केवल पांच किलोमीटर है। यानि कुल लंबाई की 50 फीसदी से भी कम सड़क निर्माण का काम पूरा हुआ है। लेकिन सड़क निर्माता कंपनी मै. प्रभा कॉन्सट्रक्शन और विभाग द्वारा कागजों में सड़क को पूर्ण दिखा दिया गया।

चोटिल हो रहे रोड यूजर्स 

अधूरी और निर्माणाधीन इस सड़क की हालत पहले की तरह ही दयनीय बनी हुई है। बोर्ड और कागजों में तय समय पर कार्य पूर्ण होने वाली यह सड़क यहां से गुजरने वालों के बेहद खतरनाक साबित हो रही है। सड़क पर गड्ढे, बिखरी गिट्टियों में रोड यूजर्स और राहगीरों आये दिन चोटिल हो रहे है।










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