महराजगंज में फर्जीवाड़े के सहारे चल रहा अस्पताल डीएम ने कराया सीज, मचा हड़कंप
पैसों के बूते पर और स्वास्थ्य विभाग के रहमो-करम पर अवैध तरीके से चल रहे अस्पताल को आखिरकार सीज कर दिया। जनपद मुख्यालय के इस अस्पताल के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायतें आयी थीं लेकिन 'मैनेज' के खेल में कुछ नही बिगड़ता था। अब जबरदस्त एक्शन के बाद चारों तरफ हड़कंप मच गया है। एक्सक्लूसिव खबर..
महराजगंज: शहर के चर्चित आरके अस्पताल पर मंगलवार को प्रशासन ने शिंकजा कसते हुए इसे सीज कर दिया है। यह अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सरपरस्ती में अवैध रुप से खूब फल-फूल रहा था और लंबे समय से अवैध तरीके से संचालित हो रहा था। पुलिस फ़ोर्स के साथ पहुंचे एसीएमओ डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद विश्वकर्मा ने इस अवैध अस्पताल पर आज ताला जड़ दिया। डीएम अमरनाथ उपाध्याय के निर्देश पर हुई कार्यवाही से चारो तरफ हड़कंप मच गया है।
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गौरतलब है कि आरके अस्पताल का संचालन डॉ. आरके विश्वकर्मा द्वारा किया जा रहा था। बताया जाता है कि कई बार शिकायतें मिलने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन पैसों के बल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को मैनेज कर लेते थे।
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जिले में नवागत जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय के आने के बाद धंधेबाजों के दिलों की धड़कन बढ़ गयी है। जनता जहां राहत की सांस ले रही है वही भ्रष्टाचारी परेशान हो उठे हैं। जांच में पता चला कि इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन तक नहीं था।
अस्पताल द्वारा कमायी जाने वाली कमाई का एक हिस्सा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तक भी पहुंचती थी। अब बड़ा सवाल यह है कि अस्पताल तो सीज कर दिया गया लेकिन इनके सरकारी आकाओं पर कब कार्यवाही होगी? यह देखना दिलचस्प होगा..