महराजगंज: पीएम आवास योजना के नाम पर मची खुली लूट, प्रधान व सेक्रेटरी मांग रहे रिश्वत

डीएन संवाददाता

गरीबों के लिये शुरू की गयी प्रधानमंत्री आवास योजना को किस तरह पटरी से उतारा जा रहा है, इसका उदाहरण यहां देखने को मिल रहा है। ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी इस योजना के नाम पर लूट मचाये हुए है और कोई सुनने को तैयार नहीं है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..



महराजगंज: सदर विकास खंड के ग्राम सभा रुधौली भावचक में ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी की मनमानी के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र लोगों को अपने अधिकारों के लिये भी भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। डीपीआरओ का आदेश हो या जनता का आग्रह..मनमानी के कारण यहां किसी की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों में धीरे-धीरे अब आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

यह भी पढ़ें: महराजगंज: कैसें पढ़ें नौनिहाल..जब अध्यापक ही स्कूल से नदारद रहें 

जनता द्वारा ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी पर प्रधानमंत्री आवास के लिये पहली किस्त का भुगतान करने के बाद दूसरे क़िस्त के लिए बीस-बीस हजार रुपये मांगे जाने का आरोप लगाया जा रहा है।  जनता की शिकायतें सुनने वाला भी यहां कोई नहीं है, जिस कारण दोनों की मनमानी बढ़ती जा रही है। बताया जाता है कि शिकायत के बाद दोनों ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए कुछ लोगों का खाता भी सीज करा दिया है और आवास के लिये दूसरे क़िस्त का भुगतान रोक दिया है।

क्या कहते ग्रामीण?

डाइनामाइट न्यूज़ से रुधौली भावचक के प्रधानमंत्री आवास लाभार्थियों ने बताया कि उन्हें प्रथम क़िस्त का भुगतान मिल चुका है। निर्माण कार्य भी हुआ है। दूसरी क़िस्त भी खाते में आ गयी है लेकिन घूस का पैसा न देने के कारण सेक्रेटरी और प्रधान ने खाते को सीज करा दिया हैं। इस बात को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

यह भी पढ़ें: महराजगंज: सम्पूर्ण समस्या समाधान दिवस डीएम-एसपी ने सुनीं फरियादियों की समस्याएं 

गाँव में गन्दगी का अम्बार 

स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखाते हुए ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी की मनमानी के चलते कूड़ेदान पंचायत भवन में रखा हुआ है, जबकि गाँव में कूड़े करकट बिखरे पड़े है। सफ़ाई के नाम पर शून्य प्रयास झलक रहा है।

सफाई न करने की मिली छूट

गाँव में लगे कूड़े-करकट, झाड़-झंखाड़ से भरे पड़े कूड़ेदान, जल जमाव से बजबजाती नालियां देख यही कहा जा सकता है कि ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी गाँव की सफाई के लिए कभी कोई प्रयास नहीं किये। तैनात सफाई कर्मियों को सफाई करने के लिए कभी दबाव भी नहीं बनाया जाता है।
 










संबंधित समाचार