

महाकुंभ में मची भगदड़ से पहले ही मेला क्षेत्र के कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने भगदड़ की आशंका जता दी थी। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िए पूरी खबर
प्रयागराज: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर दूसरे अमृत स्नान से पहले एक दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ की घटना सामने आई। इस घटना से पूर्व, मेला क्षेत्र के कमिश्नर विजय विश्वास पंत का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे श्रद्धालुओं को संभावित भीड़ और भगदड़ के खतरे के प्रति सचेत करते नजर आ रहे हैं।
भगदड़ मचने की पहले ही जता दी थी आशंका
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, वीडियो में, कमिश्नर पंत देर रात हाथ में माइक लेकर संगम तट पर सो रहे लोगों से अपील करते हुए कह रहे हैं कि "सभी श्रद्धालु सुन लें... यहां लेटे रहने से कोई फायदा नहीं है, जो सोवत है वो खोवत है। उठिए, स्नान करिए, और ये आपके सुरक्षित रहने के लिए बहुत आवश्यक है।" उन्होंने आगे कहा, "यहां बहुत लोग आएंगे, और भगदड़ मचने की संभावना है। आप पहले आ गए हैं, आपको सबसे पहले अमृत स्नान कर लेना चाहिए। सभी श्रद्धालुओं से निवेदन है कि उठकर स्नान कर लें।"
भीड़ के दबाव से मची भगदड़
दुर्भाग्यवश, इन चेतावनियों के बावजूद, कई श्रद्धालु वहीं रुके रहे। रात करीब एक बजे, भक्तों की भीड़ बढ़ने से दबाव बढ़ा और भगदड़ मच गई।
महाकुंभ 2025 में उमड़ने वाली विशाल भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 'महाकुंभ मेला जिला' नामक एक अस्थायी जिला स्थापित किया है, जिसमें चार तहसीलों के 67 गांव शामिल हैं। इसका प्रशासन आईएएस अधिकारी विजय किरण आनंद के नेतृत्व में संचालित हो रहा है, जिन्हें इस जिले का जिला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। यह घटना महाकुंभ जैसे विशाल आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों की महत्ता को रेखांकित करती है।
मृतकों का आंकड़ा किया जारी
अब भगदड़ मचने के 17 घंटे बाद मृतकों और घायलों का आंकड़ा जारी किया गया है। मेला अधिकारी विजय किरन आनंद और DIG वैभव कृष्ण ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि मेले में मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि 90 लोग घायल हैं।