

महाकुंभ मेले में अचानक हुई भगदड़ में कई लोगों की मृत्यु हो गई। इनमें कुछ गोरखपुर के श्रद्धालु भी थे। डाइनामाइट न्यूज़ में पढ़िए पूरी खबर
प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुए पावन स्नान के दौरान भगदड़ मचने से कई श्रद्धालुओं की जान चली गई। इस हादसे में गोरखपुर से आए श्रद्धालुओं की भी दर्दनाक मृत्यु हो गई। वहीं सिद्धार्थनगर के एक श्रद्धालु की भी जान चली गई। इसके अलावा तीन लोगों के लापता होने की खबर ने माहौल को और भी गमगीन बना दिया है। हादसे की सूचना मिलते ही दोनों जिलों में हड़कंप मच गया।
गोरखपुर श्रद्धालुओं की मौत
मृतकों में गोरखपुर के उनवल की नगीना देवी जिनकी उम्र 61साल, पन्ने निषाद उम्र 58 साल, कैंपियरगंज के वशिष्ठ मुनि पांडेय उम्र 60साल और बकसूड़ी के प्रभुनाथ गुप्ता जिनकी उम्र 58 साल है शामिल हैं। इसके अलावा, सिद्धार्थनगर के बांसी कोतवाली क्षेत्र के तेजगढ़ के रहने वाले 68 वर्षीय कोदई चौधरी की भी मौत होने की जानकारी मिली है।
लापता लोगों की संख्या
हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इसके अलावा, गोरखपुर के कुछ और श्रद्धालु लापता हो गए हैं, जिनमें पिपराइच के हरपुर गांव की मालती देवी (55), सहजनवां थाना क्षेत्र की विद्या यादव और बस्ती जिले के रुधौली क्षेत्र के राजमति (60) का नाम शामिल है। इन सभी के लापता होने की खबर से पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल है।
27 जनवरी को गंगा स्नान के लिए आए थे श्रद्धालु
नगीना देवी और पन्ने निषाद समेत सात श्रद्धालुओं का दल 27 जनवरी को गंगा स्नान के लिए प्रयागराज रवाना हुआ था। वह भगदड़ के समय दबकर घायल हो गए थे। दोनों को बचाने की कोशिशें नाकाम रही और उनकी मृत्यु हो गई। हादसे की खबर मिलते ही उनके घरों में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का कहना है कि प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए बेहतर सुरक्षा इंतजाम करने चाहिए।