Madhya Pradesh: एसडीएम को महिला से फीते बंधवाना पड़ा भारी , मिली ये सजा

डीएन ब्यूरो

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को सिंगरौली जिले की चित्रांगी तहसील के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) के तबादले के आदेश दिए। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जिसमें सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एक महिला एसडीएम के जूते के फीते बांधते दिख रही है, के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

एसडीएम को महिला से फीते बंधवाना पड़ा भारी
एसडीएम को महिला से फीते बंधवाना पड़ा भारी


भोपाल/सिंगरौली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को सिंगरौली जिले की चित्रांगी तहसील के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) के तबादले के आदेश दिए। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जिसमें सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान एक महिला एसडीएम के जूते के फीते बांधते दिख रही है, के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई की।

यह भी पढ़ें: सेल्फी के पागलपन ने ली जान! जानिए क्या है मामला

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार यादव ने कहा कि वैसे उन्हें पता है कि एसडीएम को चोट लगी थी, लेकिन जो तस्वीर सामने आयी है उससे ‘अच्छा संदेश’ नहीं गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के लिए महिला सम्मान सर्वोपरि है।

चितरंग के एसडीएम अश्वन राम चिरावन ने कहा है कि उन्हें पिछले महीने घुटने में चोट लगी थी, लेकिन इसके बावजूद वह 22 जनवरी को एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने ‘आरती’ करने के लिए जूते उतारे थे। उन्होंने कहा कि बाद में उनके कार्यालय की एक महिला कर्मी उनके जूते के फीते बांधने आगे आयी थी एवं इसी का फोटो वायरल हो गया।

मुख्यमंत्री ने चिरावन के खिलाफ ही कार्रवाई की है।

यह भी पढ़ें: चंद्रपुर में बाघ के हमले में वन विभाग के कर्मचारी की मौत

भोपाल में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मैंने कल एक फोटो देखा जिसमें उपजिलाधिकारी सार्वजनिक रूप से एक महिला से अपने जूते का फीता बंधवाते नजर रहे हैं। मैं जानता हूं कि वह महिला अपनी मर्जी से यह काम कर रही थी और इसमें कोई गलत मंशा नहीं थी। मुझे यह भी पता चला कि एसडीएम को कुछ चोट लगी हुई है, लेकिन सार्वजनिक रूप से जो फोटो सामने आया है, उससे अच्छा संदेश नहीं गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन, कौन आपके स्वास्थ्य के बारे में जान रहा है? समाज में इसका अच्छा असर नहीं होगा। यदि आप बीमार थे तो आपको छुट्टी लेनी चाहिए थी। इसके अलावा, हमने उनसे कहा कि हम आपको निलंबित नहीं कर रहे हैं, हम आपको बस आपके पद से हटा रहे हैं ताकि अगली बार आपको याद रहेगा कि क्या करना है।’’

मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में नवचयनित सरकारी अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे जहां उन्हें नियुक्ति पत्र दिये गये।

एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने चितरंगी के एसडीएम को भोपाल में कार्यक्रम में उनके पहुंचने से पहले तबादला आदेश दिया।

इस कार्यक्रम में शिरकत करने से पहले मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा कि एसडीएम द्वारा महिलाकर्मी से अपने जूते के फीता बंधवाना बहुत ही निंदनीय घटना है तथा महिला का सम्मान सरकार के लिए सर्वोपरि है।

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी हरकत को किसी भी आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि भाजपा शासन में कोई भी कार्यक्रम बालिका पूजन से प्रारंभ होता है।

एसडीएम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 30 दिसंबर को गोपाड नदी पर एक निर्माणाधीन कार्य के निरीक्षण के दौरान लोहे की एक छड़ उनके घुटने पर गिर पड़ी थी और वह घायल हो गये थे। उन्होंने कहा उस दौरान उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला भी मौजूद थे।

चिरावन ने बताया कि 22 जनवरी को उनके कर्मचारियों ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर चितरंगी में एक हनुमान मंदिर में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।

उन्होंने कहा कि वह ठीक से चलने में सक्षम नहीं थे और वह अपने कर्मचारियों की मदद से वहां गए और आरती में शामिल होने के लिए अपने जूते उतारे।

एसडीएम ने कहा कि जब वह अपने जूते के फीते बांध रहे थे, तब उनके कार्यालय की एक महिला कर्मचारी अपनी मर्जी से उनकी मदद के लिए आगे आई और फीते बांधने में सहायता की। अधिकारी ने कहा कि इस दौरान ली गई एक तस्वीर वायरल हो गई जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनके तबादले के आदेश जारी किये।










संबंधित समाचार