यूपी एसटीएफ ने भारतीय सेना के सिपाही को लखनऊ से किया गिरफ्तार, भर्ती के नाम पर युवाओं संग कर रहा था ये फर्जीवाड़ा

डीएन संवाददाता

यूपी एसटीएफ ने इंडियन आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से पैसे वसूलने और धोखाधड़ी के मामले में भारतीय सेना में नियुक्त सिपाही को लखनऊ से गिरफ्तार किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



लखनऊ: सेना में भर्ती कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर युवा अभ्यर्थियों से धन उगाही करने के मामले में यूपी एसटीएफ ने सोमवार को भारतीय सेना में नियुक्त एक अन्य सिपाही को लखनऊ से गिरफ्तार किया। इससे पहले एसटीएफ ने भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी के मामले में शनिवार को अन्तर्राज्यीय गिरोह का भंडापोड़ कर सरगना सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। शनिवार को भी भारतीय सेना में नियुक्त सिपाही और भूतपुर्व सैनिक को दबोचा था। शनिवार को गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर सोमवार को ये नई गिरफ्तारी हुई।

यूपी एसटीएफ और मिलिट्री इण्टेलिजेंस की टीम द्वारा इस सिपाही को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान योगेन्द्र सिंह निवासी पवनपुरी, देवीखेडा, आशियाना, लखनऊ के रूप में की गई। गिरफ्तार योगेन्द्र सिंह मूल रूप से ग्राम पोस्ट-करम्बर, थाना खेजुड़ी, जनपद बलिया का रहने वाला है। अभियुक्त को शीशा फैक्ट्री मोड़, आशियाना, थाना आशियाना, लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। 

गिरफ्तार अभियुक्त से 4 अदद चेक बुक, अभ्यर्थियों की हाईस्कूल/इण्टरमीडिएट शैक्षिक प्रमाण पत्र, 4 पास बुक, भारतीय सेना का आईडी कार्ड, लीव सर्टीफिकेट एएमसी, 7 प्रवेश पत्र, 3 मोबाइल, 3,70000/ रुपये नकद और एक गाड़ी बरामद की गई। 

गिरफ्तार अभियुक्त योगेन्द्र सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसका आर्मी नं0 3203665 N है। उसकी पोस्टिंग 15 जाट बटालियन लेह लद्दाख में है। वह इस समय छुट्टी पर आया है। पूछताछ करने पर यह भी बताया कि वह सेना की हो रही अग्नीवीर भर्ती में सेन्टरों पर जाकर वहां घूम रहे परीक्षार्थी से मिलकर उन्हे भर्ती कराने का झांसा देकर उनके हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के अंक पत्र ले लेता है और जो अभ्यर्थी फिजिकल परीक्षा में पास हो जाते हैं, वह उन अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा व मेडिकल में पास कराने का झांसा देकर प्रत्येक अभ्यर्थी से दो लाख रूपये वसूलता है।

गिरफ्तार अभियुक्त योगेन्द्र अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेजों को अपने पास रख लेता था, जिससे वह अभ्यार्थियों के ऊपर दबाव बनाकर धन की वसूली करता था। उसने दर्जनों अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज जमा कर लिये थे तथा चार, पांच सफल अभ्यर्थोयों से रकम वसूल कर चुका था तथा अन्य से वसूलने का प्रयास कर रहा था कि पकड़ लिया गया।

इससे पहले एसटीएफ ने 4 फरवरी को भारतीय सेना में उच्चाधिकारी बनकर नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले भारतीय सेना में नियुक्त सिपाही व भूतपुर्व सैनिक सहित, गिरोह के 04 अभियुक्तों को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया था, जिनके विरूद्ध थाना पीजीआई कमिश्नरेट लखनऊ में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इन अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर अभियुक्त योगेन्द्र की गिरफ्तारी हुई।










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