लखनऊ: पर्यटन विभाग में टेंडर दिलाने वालों का पुलिस ने किया पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
लखनऊ पुलिस ने यूपी पर्यटन विभाग में लोगों को टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..
लखनऊ: पुलिस ने धोखाधड़ी करके कई लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पर्यटन विभाग में अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर लोगों को विभाग में टेंडर दिलाने का भरोसा दिलाता था और उनसे लाखों रुपए ऐंठ लेता था।
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इस मामले में एक व्यक्ति संतोष उपाध्याय से गिरोह ने 25 लाख रुपए लिए थे। पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड मनोज तिवारी इलाहाबाद निवासी था, जो अभी कौशांबी के जिला कारागार में सजा काट रहा है। इसके साथ उमाशंकर तिवारी, आलोक मिश्रा, गौरव उपाध्याय, अनुज त्रिपाठी, राजेंद्र पांडे नाम के शख्स भी शामिल थे।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड मनोज तिवारी था। जबकि गिरोह का वर्तमान संचालनकर्ता आलोक मिश्रा निवासी प्रतापगढ़ था। इस वजह से एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे।
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वहीं मनोज तिवारी पूर्व में बहुजन समाज पार्टी का जोनल कोऑर्डिनेटर भी रह चुका है। इस वजह से यह भाजपा के कई नेताओं से अपना परिचय बता कर लोगों को झांसे में लेता था। जबकि आलोक मिश्रा लोगों से अपनी कंपनी दक्ष इंटरप्राइजेज के खाते में पैसा मंगाता था और उसे पर्यटन विभाग की ओर से डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के लिए 90 करोड रुपए का टेंडर भी मिला था।
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शिकायत मिलने पर लखनऊ पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू की तो गिरोह के मेंबर भूमिगत हो गए। वहीं आलोक मिश्रा निवासी प्रतापगढ़ और गौरव उपाध्याय निवासी इलाहाबाद साथ ही पहचान छुपाकरमुंबई में जाकर रहने लगे। वहीं जब दोनों आरोपी आज सुबह जब लखनऊ के लोहिया चौराहे से निकल रहे थे। तब पुलिस ने निशानदेही के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जिसमें उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया अब पुलिस गिरोह के बाकी सदस्यों तक पहुंचने की तैयारी कर रही है। पुलिस इस मामले को अपने लिए बड़ी उपलब्धि मानकर चल रही है।