एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने की संभावनाओं पर जानिये क्या बोलीं पदक विजेता कप्तान सविता

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता कप्तान सविता ने कहा कि 2018 एशियाई खेलों के फाइनल में निराशाजनक हार के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम आगामी खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए पहले से कहीं अधिक दृढ़ संकल्प है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता कप्तान सविता
राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता कप्तान सविता


नयी दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता कप्तान सविता ने कहा कि 2018 एशियाई खेलों के फाइनल में निराशाजनक हार के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम आगामी खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए पहले से कहीं अधिक दृढ़ संकल्प है।

एशियाई खेलों का आयोजन आगामी सितंबर अक्टूबर में चीन के हांगझोऊ में होगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सविता ने ‘हॉकी इंडिया’ द्वारा शुरू की गई पॉडकास्ट श्रृंखला ‘हॉकी ते चर्चा’ में कहा, ‘‘ पिछले एशियाई खेलों में हम स्वर्ण पदक जीतने के करीब पहुंच गए थे लेकिन फाइनल में जापान से केवल एक गोल (1-2) से हारना दिल तोड़ने वाला था। इस बार हमें लगता है कि हम पहले से कहीं अधिक दृढ़ हैं। हम अपने अभियान को शीर्ष स्थान पर खत्म करेंगे।’’

सविता ने कहा, ‘‘टीम का हर खिलाड़ी जानता है कि पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वालिफिकेशन हासिल करने के लिए हमें स्वर्ण पदक जीतना होगा। यह हमारे लिए सबसे अच्छा मौका है। हम अगर ऐसा करने में सफल रहे तो एशियाई खेलों के बाद टीम एफआईएच प्रो लीग और फिर पेरिस 2024 पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।’’

तोक्यो ओलंपिक के बाद कप्तानी संभालने वाली सविता ने इस बात पर जोर दिया कि वह गोलकीपिंग और नेतृत्व की दोहरी भूमिका का लुत्फ उठा रही है।

हाल ही में साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (महिला) के लिए दिये जाने वाले प्रतिष्ठित हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर पुरस्कार जीतने वाली सविता ने कहा, ‘‘ जब आप टीम का नेतृत्व कर रहे हों तो एक अतिरिक्त जिम्मेदारी होती है। जब मैं कप्तान नहीं था, तब भी मुझे पता था कि गोलकीपर के तौर पर मुझे नेतृत्व कर्तव्यों को साझा करना होगा और टीम की मदद करनी होगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ टीम के एक अनुभवी सदस्य के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं युवा और कम अनुभवी खिलाड़ियों के साथ अपना अनुभव साझा करके उनकी मदद करूं।’’










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