प्रशासनिक नादानी से जितेन्द्र यादव हत्याकांड में बढ़ा बवाल, लाश सड़क पर रख चक्का जाम, उग्र प्रदर्शन, एसपी मौके से लापता
महराजगंज जिले के जितेन्द्र यादव हत्याकांड में मृतक की पत्नी की ओर से दी गयी तहरीर को पुलिस द्वारा बदलकर मुकदमा दर्ज किये जाने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। आरोप है कि पुलिस सत्तारुढ़ पार्टी के एक विधायक को बचाने के लिए झूठी तहरीर दर्ज कर गुमराह कर रही है। झूठी बात कह रही है कि अभियुक्तों को गिरफ्तारी की गयी है। इन सबके बीच विवाद के स्थल से पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान लापता है। भारी फोर्स की मौजूदगी में ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन और नारेबाजी जारी है। मौका-ए-वारदात से डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्टिंग:
महराजगंज: पुलिस प्रशासन की भंयकर नादानी से महराजगंज जिला बड़े बवाल के मुहाने पर खड़ा हो गया है। बड़े बवाल के समय जिले के पुलिस विभाग के मुखिया रोहित सिंह सजवान विवाद के स्थल से गायब हो गये हैं।
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महिला जिला पंचायत सदस्य अमरावती देवी के पुत्र जितेन्द्र यादव पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर कल उनकी हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या में भाजपा के एक विधायक का नाम परिजन ले रहे हैं। इसके बाद से पुलिस का खेल शुरु हो गया है। दो महीने पहले भी जितेन्द्र पर जानलेवा हमला हुआ था लेकिन पुलिस ने नादानी करते इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। अब बीच सड़क पर लाश रख ग्रामीण उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं।