Khatu Shyam Mela 2024: जोर-शोर से हो रही है खाटू श्याम उत्सव की तैयारी, जाने कैसा होगा इस बार का ये भव्य उत्सव

डीएन ब्यूरो

खाटू श्याम मेला राजस्थान, भारत में प्रमुख हिन्दू मेलों में से एक है, जो श्री खाटू श्याम जी के भगवान कृष्ण के रूप में पूजा जाता है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिए कि कैसा होगा इस बार का ये भव्य उत्सव

खाटू श्याम मेला
खाटू श्याम मेला


नई दिल्ली: यह मेला वर्षानुसार होता है और भक्तों के बीच एक महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में माना जाता है। खाटू श्याम मेला राजस्थान, भारत में होने वाला एक प्रमुख हिंदू मेला है जो खाटू धाम मंदिर के पास स्थित है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक यह मेला हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है। इस मेले में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ आती है जो भगवान खाटू श्याम की पूजा और दर्शन के लिए आते हैं। मेला में विभिन्न प्रकार के धार्मिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक गतिविधियाँ होती हैं।


कब है 2024 का खाटू श्याम मेला
हर साल फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को इस मेले का मुख्य माना जाता है। एकादशी के दिन बाबा श्याम का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

इस दिन बहुत से भक्त खाटू श्याम जी के दर्शन करते हैं। ऐसे में सीकर जिले में हर साल फाल्गुन माह में खाटू श्याम मेले का आयोजन बड़े धूम-धाम से होता है।

इस साल 2024 में बाबा श्याम का लक्खी मेला 11 मार्च से शूरु होगा और 21 मार्च को समाप्त होगा। यानि 20 मार्च को बाबा का जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। खाटू श्याम जी के मेले और जन्मदिन में दूर-दूर से भक्त खाटू आते हैं और बाबा के दर्शन करते हैं।

खाटू श्याम जी का महत्व
खाटू श्याम जी हिंदू धर्म के एक प्रमुख भगवान हैं, जिन्हें भक्तिमार्गी समुदाय में विशेष महत्व दिया जाता है। उन्हें राजस्थान के एक प्रमुख धार्मिक स्थल, खाटू धाम, में पूजा जाता है।

उनका वास्तविक नाम कुंभाराम था और वे राजस्थान के खाटू गाँव के निवासी थे। उन्हें भगवान कृष्ण के अवतार में से एक माना जाता है। खाटू श्याम जी के बारे में विभिन्न कथाएं हैं जो उनके भक्तों के बीच प्रसिद्ध हैं।

यह भी पढ़ें: Rajasthan News: : MDAU (एमडीएसयू) स्टूडेन्ट्स के लिए सूचना, शुल्क आवेदन के लिए आज आखिरी तारीख

उन्हें महाभारत काल से जाना जाता है क्योंकि उनके जीवन के कई घटनाक्रम महाभारत काल में ही हुए थे। खाटू श्याम जी, जिन्हें खाटू धाम के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण भगवान की परंपरागत पूजा किए जाते हैं। वे अवतार रूप में माने जाते हैं और उन्हें श्री कृष्ण के रूप में भी पूजा जाता है।

उनका महत्व भक्तों के लिए उनकी भक्ति में और उनके जीवन के मार्ग पर चलने में होता है। उनका महत्व भक्तों के लिए बहुत उच्च माना जाता है और उन्हें कृष्ण भगवान के रूप में माना जाता है।

 

 










संबंधित समाचार