IT Raid in Gorakhpur: गोरखपुर में फिर Income Tax की छापेमारी, कारोबारी की करोड़ों की संपत्ति आयी सामने

गोरखपुर में कारोबारी के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के मामले में अब बड़ा अपडेट सामने आया है। कारोबारी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़िए अब तक क्या कुछ मिला आईटी टीम को

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 January 2025, 6:49 PM IST
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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयकर विभाग (Income Tax) की छापेमारी पिछले तीन दिनों से जारी है। छापेमारी को लेकर अब बड़ा अपडेट सामने आया है। आईटी टीम की छापेमारी में एक कारोबारी की 800 करोड़ रूपये से अधिक की सम्पत्ति का पता चला है। संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज सामने आये हैं। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक आयकर विभाग की छापेमारी की कार्रवाई के बाद पूर्वांचल के एक बड़े फ्लोर मिल कारोबारी के खिलाफ शिकंजा कसता जा रहा है।

Income Tax डिपार्टमेंट का एक्शन

जानकारी के मुताबिक आईटी टीम को कारोबारी के सिविल लाइंस स्थित आवास के कार्यालय से देश के विभिन्न शहरों में खरीदी गई करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही कई ऐसे बैंक खाते सामने आए हैं, जिसमें लेनदेन देखकर आयकर अधिकारी भी हैरान हैं।

800 करोड़ की संपत्ति का खुलासा

जानकारी के मुताबिक उप निदेशक आयकर, वाराणसी अतुल कुमार पांडेय के नेतृत्व में आयकर अधिकारी अरविंद चौहान, सुधाकर शुक्ला व ऐश्वर्या की टीम ने छापेमारी के बाद कारोबारी के कई दस्तावेजों को खंगाला, जिसमें बड़ी संपत्ति की जानकारी मिली।

आईटी टीम ने शनिवार को हाथ लगे संपत्ति के दस्तावेजों का जब मूल्यांकन किया तो, इनकी कीमत लगभग आठ सौ (800) करोड़ से अधिक आंकी गई।

यह कर चोरी का मामला बताया जा रहा है। आईटी टीम भी 200 करोड़ की कर चोरी की आशंका में छापेमारी करने आई थी।

कारोबारियों से हुई पूछताछ

जानकारी के मुताबिक आईटी टीम ने कारोबारी व उनके परिजनों से भी बरामद प्रापर्टी दस्तावेजों के आधार पर पूरे दिन पूछताछ की। 

इस मामले में आईटी के घेरे में आये कारोबारी हरिओम कई व्यवसायों से जुड़े हैं। उनके रियल इस्टेट कारोबार, साहबगंज व गीडा स्थित फ्लोर मिल, फलमंडी स्थित चार पहिया वाहनों के शोरूम समेत कई अन्य ठिकानों पर आईटी टीम की जांच पिछले तीन दिनों से जारी है।

बैंक खातों की जांच जारी

सूत्रों के अनुसार, कारोबारी से उनके बैंक खाते में बीते एक साल में हुई लेनदेन के बारे में भी पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि टीम ने दो दिन में कई साक्ष्य एकत्रित कर लिए हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि आखिर आयकर विभाग को कारोबारी के पास से क्या कुछ हाथ लगता है।