मध्यस्थता और विवाद समाधान के लिए पसंदीदा स्थान बन रहा है भारत, पढ़िये ये पूरी रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सूर्यकांत ने रविवार को कहा कि भारत में मध्यस्थता का दायरा विकसित हो रहा है, जिससे यह मध्यस्थता और विवाद समाधान के लिए पसंदीदा स्थान बन गया है। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
फाइल फोटो


नयी दिल्ली: उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश सूर्यकांत ने रविवार को कहा कि भारत में मध्यस्थता का दायरा विकसित हो रहा है, जिससे यह मध्यस्थता और विवाद समाधान के लिए पसंदीदा स्थान बन गया है।

न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने यह भी कहा कि मध्यस्थता के लिए एक स्थायी वातावरण स्थापित करने से ही व्यवसायों को आमंत्रित किया जा सकेगा और विदेशी कारोबारियों के साथ एक भरोसेमंद संबंध बनाया जा सकेगा।

यह भी पढ़ें | Supreme Court: जस्टिस कुरैशी की पदोन्नति मामले की सुनवाई चार नवंबर तक स्थगित

दिल्ली उच्च न्यायालय में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रोहतक की ओर से आयोजित मध्यस्थता और विवाद समाधान पर एक संयुक्त शिखर सम्मेलन में न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि मध्यस्थता विदेशी व्यवसायों को भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है और विवादों के सुचारू समाधान का वादा करती है।

न्यायमूर्ति सूर्यकांत के हवाले से एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘भारत में स्थितियों में सुधार हो रहा है और मध्यस्थता का दायरा विकसित हो रहा है, जिससे देश मध्यस्थता और विवाद समाधान के लिए एक पसंदीदा स्थान बन गया है।'

यह भी पढ़ें | चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी की सराहना की, जानिये क्या कहा

न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने सुझाव दिया कि भारत में संस्थागत मध्यस्थता को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और यह सक्षम विशेषज्ञता के साथ अधिक गतिशील और विशिष्ट होगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस अवसर पर इंडिया इंटरनेशनल आर्बिटेशन सेंटर (आईआईएसी) और आईआईएम, रोहतक के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।










संबंधित समाचार