

उत्तर प्रदेश में सपा सांसदों ने महिला सुरक्षा को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला। जिसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। क्या है पूरी खबर, पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में नारेबाजी करने के साथ ही संसद परिसर में भी प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा में विफल रही राज्य सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए किया गया।
डायनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, सपा ने मांग की है कि बेटियों की सुरक्षा के मामले में विफल रहने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान सपा सांसद मकर द्वार के पास एकत्र हुए और हाथों में तख्तियां थामे हुए थे, जिन पर राज्य में कानून-व्यवस्था की कमी और 'बेटियों पर अत्याचार' के बारे में लिखा हुआ था।
महिला सुरक्षा पर वरिष्ठ सपा नेता राम गोपाल यादव का बयान
वरिष्ठ सपा नेता राम गोपाल यादव ने इस मौके पर कहा, "उत्तर प्रदेश में हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं। हाल ही में अयोध्या, बलिया और बनारस में लड़कियों के साथ जघन्य अपराध हुए हैं। इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी मांग करती है कि ऐसे अपराधियों को सख्त सजा मिले। अगर ऐसा संभव नहीं है तो मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वह महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं।
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सदन में गूंज
सपा सांसदों ने संसद के बाहर ही नहीं बल्कि दोनों सदनों में भी इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की। लोकसभा में सपा सांसद धर्मेंद्र यादव और अन्य सदस्य महिला सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करते नजर आए। वे अपनी तख्तियों के साथ शोर मचाकर अपनी बात रखने की कोशिश कर रहे थे।
सदन के अध्यक्ष ओम बिरला ने जताई नाराजगी
हालांकि सदन के अध्यक्ष ओम बिरला ने उन पर नाराजगी जताई और कहा कि उन्हें सदन के अंदर पोस्टर नहीं दिखाने चाहिए और संसद की कार्यवाही में सहयोग करना चाहिए। इसके बावजूद सपा सांसद अपना मुद्दा उठाने की कोशिश करते रहे, जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
इस प्रदर्शन के पीछे समाजवादी पार्टी का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उनकी मांग है कि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाए ताकि बेटियों को सुरक्षित माहौल मिल सके और इस तरह के जघन्य अपराध दोबारा न हो सकें। सपा का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि उनकी पार्टी महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कितनी गंभीर है और इसे संसद स्तर पर उठाने के लिए कितनी उत्सुक है।