Himachal Politics: हिमाचल में गहराते सियासी संकट के बीच बोले CM सुक्खू का बड़ा बयान, जानिये क्या कहा इस्तीफे पर
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव से तेज हुई राजनीतिक सरगर्मियां जोर पकड़ती जा रही है। इस बीच राज्य की सियासत को लेकर मुख्यमंत्री सुक्खू का बड़ा बयान सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
शिमला/नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश की ठंडी वादियों में अचानक सियासत गरमाती जा रही है। राज्य सभा चुनाव से शुरू हुई राजनीति कांग्रेस की राज्य सरकार के संकट तक पहुंच गई है। इस बीच कई सियासी कयास लगाये जा रहे हैं। मीडिया में मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू द्वारा इस्तीफे की पेशकश करने की खबरों के बीच सीएम का बड़ा बयान भी सामने आया है। दूसरी तरफ भाजपा सुक्खू सरकार के अल्पमत में होने का दावा कर रही है।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की अटकलों को लेकर सुक्खू ने अपनी सफाई दी। उन्होंने इस्तीफे की खबरों का खंडन किया और दावा किया कि उनकी सरकार पूरे पांच साल चलेगी। उन्होंने इस तरह की अफवाहों के लिये भाजपा को जिम्मदार ठहराया और भाजपा पर गंदी राजनीति करने व उनकी सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
सुक्खू ने कहा कि जनता ने उनको जो जनादेश दिया है, वे उसका पूरा सम्मान करेंगे और कांग्रेस सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी। उन्होंने ये भी दावा किया कि भाजपा के कई विधायक उनके संपर्क में हैं।
सुक्खू द्वारा इस्तीफे की खबरों के खंडन के बीच भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने भी बड़ा दावा किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सुक्खू सरकार अल्पमत में है। उनकी पार्टी जल्द राज्यपाल से मिलेगी और राज्य में गहराते सियासी संकट से राज्यपाल को अवगत कराएंगे।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हिमाचल का सियासी मामला दिल्ली तक पहुंच चुका है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता जयराम रमेश ने दिल्ली में कहा कि पार्टी में अपने तीन पर्यवेक्षकों को हिमाचल प्रदेश भेजा है, जो तेजी से बदल रहे राजनीतिक परिदृश्य पर नजर रखेंगे और वहां कांग्रेसी विधायकों से बातचीत कर स्थिति को संभालने का प्रयास करेंगे।
हिमाचल से आने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में बड़े-बड़े और झूठे वायदे करके कांग्रेस की सरकार बनी। सरकार बनने के बाद वह वायदे पूरे नहीं हुए। जब कांग्रेस के अपने विधायक क्षेत्र में जाते हैं तो जनता सवाल पूछती है लेकिन कांग्रेस के विधायकों के पास जवाब नहीं रहता।’’