हरियाणा: पुलिस ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग कर रहे कर्मचारियों पर की पानी की बौछार

डीएन ब्यूरो

हरियाणा पुलिस ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल करने की मांग करते हुए पंचकूला में प्रदर्शन कर रहे राज्य सरकार के कर्मचारियों के एक समूह को तितर-बितर करने के लिए उन पर पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर की पानी की बौछार
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर की पानी की बौछार


चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल करने की मांग करते हुए पंचकूला में प्रदर्शन कर रहे राज्य सरकार के कर्मचारियों के एक समूह को तितर-बितर करने के लिए उन पर पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े।

पंचकूला-चंडीगढ़ सीमा पर एकत्र कर्मचारियों ने केंद्र शासित प्रदेश की सीमा में दाखिल होकर हरियाणा के मुख्यमंत्री के आवास का ‘घेराव’ करने के लिए मार्च करने की कोशिश की, तभी पुलिस ने लाठी चार्ज सहित यह कार्रवाई की।

पुलिस ने बताया कि सीमा पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। घटना के बाद विपक्षी कांग्रेस ने हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- जननायक जनता पार्टी (जजपा) गठबंधन सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वह राज्य को ‘‘ डंडे और गोलियों’’ के बल पर चलाना चाहती है।

कांग्रेस ने साथ ही भरोसा दिया कि अगर 2024 के विधानसभा चुनाव में वह जीतती है, तो पुरानी पेंशन योजना लागू करेगी।

प्रदर्शनकारी ‘ओल्ड पेंशन स्कीम रेस्टोरेशन स्ट्रगल कमेटी’ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे थे और समिति के प्रतिनिधि ने पंचकूला में संवाददाताओं के समक्ष दावा किया कि पुलिस कार्रवाई में कुछ कर्मचारी घायल हुए हैं।

समिति के राज्य अध्यक्ष वीरेंद्र धारीवाल ने कहा, ‘‘पुरानी पेंशन योजना बहाल करना एक वैध मांग है। राजस्थान, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सरकार ने इसे बहाल कर दिया है। हरियाणा सरकार यह बहाना बना रही है कि अगर वह पुरानी पेंशन योजना लागू करेगी तो दिवालिया हो जाएगी, जो सही नहीं है।’’

उन्होंने दावा किया कि कई विभागों के कर्मचारियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया है।

सूत्रों ने बताया कि हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों के प्रतिनिधियों को सोमवार शाम को चंडीगढ़ (पंजाब-हरियाणा की संयुक्त राजधानी) को बैठक के लिए बुलाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशन की पूरी राशि सरकार द्वारा दी जाती थी जिसे एक अप्रैल 2004 के बाद भर्ती होने वाले कर्मचारियों के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, उसी साल से राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत अंशदान आधारित पेंशन की व्यवस्था की गई है।

विपक्षी कांग्रेस ने प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर ‘लाठीचार्ज’ की निंदा की। पूर्व मुख्यमंत्री और हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘‘पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे कर्मचारियों पर लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ना निंदनीय है।’’

वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कर्मचारियों की मांग को सुनने के बजाय पुलिस बल प्रयोग कर रही है और उनपर पानी की बौछारें छोड़ रही है।

सुरजेवाला ने राज्य की भाजपा-जजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि लोकतंत्र ‘लाठीतंत्र’ के बल पर नहीं चलता बल्कि लोगों के प्रति जवाबदेह होने से चलता है।

हुड्डा ने कहा कि अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएगी। 










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