फलस्तीन मुद्दे पवार और सुले से अपनी टिप्पणियों के लिये माफी मांगें गोयल और हिमंत : राकांपा

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से कहा कि वे पार्टी नेताओं शरद पवार और सुप्रिया सुले से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, क्योंकि उन्होंने इजराइल-हमास संघर्ष और इस मुद्दे पर भारत के रुख को लेकर राकांपा नेताओं के खिलाफ ‘‘अपमानजनक और अभद्र’’ टिप्पणियां की थीं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 20 October 2023, 10:48 AM IST
google-preferred

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से कहा कि वे पार्टी नेताओं शरद पवार और सुप्रिया सुले से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, क्योंकि उन्होंने इजराइल-हमास संघर्ष और इस मुद्दे पर भारत के रुख को लेकर राकांपा नेताओं के खिलाफ ‘‘अपमानजनक और अभद्र’’ टिप्पणियां की थीं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बृहस्पतिवार को फोन पर बात कर गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत के लंबे समय से जारी ‘‘सैद्धांतिक रुख’’ को दोहराया।

मोदी की अब्बास से बातचीत के कुछ घंटों बाद राकांपा का यह बयान आया।

राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘अब जब हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक बार फिर आधिकारिक तौर पर फलस्तीन को अपना समर्थन दिया है, तो पीयूष गोयल और हिमंत विश्व शर्मा को शरद पवार और सुप्रिया सुले से उनके खिलाफ की गईं आपमानजनक टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे (गोयल और शर्मा) माफी नहीं मांगते हैं तो यह माना जाएगा कि पीयूष गोयल और हिमंत विश्व शर्मा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी उसी तरह सोचते हैं, जैसी टिप्पणियां उन्होंने शरद पवार और सुप्रिया सुले के खिलाफ की थीं।’’

भाजपा नेता गोयल और शर्मा ने सात अक्टूबर को इजराइल में हमास की घुसपैठ के मद्देनजर दशकों पुराने फलस्तीन मुद्दे पर केंद्र के रुख की आलोचना करने वाली पवार की टिप्पणियों पर उनकी आलोचना की थी।

 

No related posts found.