गोरखपुर: स्टार्टअप कैफे, सपनों को साकार करने की जगह

डीएन ब्यूरो

किसी स्टार्टअप कंपनी या इन्डविजूअल युवा के सामने किफायती किराये पर ऑफिस स्पेस एक बड़ी चुनौती होती है। आईडिया कितना भी दमदार हो, उसे तभी मूर्त रूप दिया जा सकता है, जब उस पर क्रियान्वयन के लिये कोई पीसफुल और उचित जगह हो। स्टार्टप्स की इन्हीं जरूरतों को ध्यान में रखते हुए स्टार्ट-अप कैफे की नींव रखी गयी..

स्टार्टअप कैफे
स्टार्टअप कैफे


गोरखपुर: किसी स्टार्टअप कंपनी या इन्डविजूअल युवा के सामने किफायती किराये पर ऑफिस स्पेस एक बड़ी चुनौती होती है। आईडिया कितना भी दमदार हो, उसे तभी मूर्त रूप दिया जा सकता है, जब उस पर क्रियान्वयन के लिये कोई पीसफुल और उचित जगह हो। स्टार्टप्स की इन्हीं जरूरतों को ध्यान में रखते हुए युवा आन्ट्रप्रनुर अरुण गुप्ता ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में स्टार्टअप कैफे की शुरूआत की। यह स्टार्टअप कैफे अब यहां तेजी के साथ पॉपुलर हो रहा है, जिससे कई युवाओं को अपने सपने साकार करने में मदद मिल रही है।

स्टार्ट-अप्स के लिये को-वर्किंग स्पेस 

यह स्टार्ट-अप कैफे हर स्टार्टप्स के लिये को-वर्किंग स्पेस उपलब्ध करता है। हालांकि को-वर्किंग स्पेस का चलन दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों में काफी पुराना है, लेकिन गोरखपुर जैसे शहर में इसकी अलग अहमियत है। जिसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि आर्थिक कारणों से हर कोई युवा अपना शहर छोड़कर महानगरों में अपना ऑफिस अफोर्ड नहीं कर सकता।

स्टार्ट-अप कैफे के फाउंडर अरुण गुप्ता

सभी इंफ्रास्ट्रक्चर और रिसोर्सज मौजूद

गोरखपुर शहर के विजय चौक पर बना यह StartUp Cafe उन स्थनीय लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जो अपना काम तो शुरू करना चाहते हैं लेकिन पूंजी अभाव में कोई ऑफिस स्पेस नहीं ले पाते हैं। StartUp Cafe एक ही छत के नीचे नए प्रोफेशनल्स और स्टार्ट-अप्स के लिए कम कीमत पर वो सभी इंफ्रास्ट्रक्चर और रिसोर्सज मुहैया कराता है, जो एक ऑफिस के लिये अनिवार्य होता है।

50 लोगों की सीटिंग कैपेसिटी

इस StartUp Cafe की सीटिंग कैपेसिटी लगभग 50 लोगों की है। यहाँ पर बिजली-पानी जैसी मूलभूत जरूरतों के अलावा, हाई स्पीड इंटरनेट, वाई-फाई, प्रिंटर, वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग फैसिलिटी के साथ मीटिंग रूम, ऐयकण्डीशंड ऑफिस, कैफेटेरिया आदि की सुविधायें मौजूद है। 










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