Gorakhpur: संदिग्ध हालात में डॉक्टर लापता, अपहरण का मामला बना चर्चा का विषय, जांच शुरू

गोरखपुर में एक निजी चिकित्सक डॉक्टर के गायब होने से इलाके में हड़कंप मच गया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 28 February 2025, 3:27 PM IST
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गोरखपुर: गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सांखडाड में एक निजी चिकित्सक डॉक्टर प्रेम नारायण यादव के संदिग्ध रूप से गायब होने से इलाके में हड़कंप मच गया। गुरुवार रात, डॉक्टर यादव शाम को अपनी प्रैक्टिस समाप्त कर दुकान बंद करके घर लौटने के दौरान लापता हो गए। उनके लापता होने की सूचना पर स्थानीय पुलिस तात्कालिक कार्रवाई करते हुए पूरी रात उन्हें खोजने में जुटी रही। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, जैसे ही डॉक्टर यादव के लापता होने की खबर फैली, खजनी पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए अपनी टीम को सक्रिय किया। उन्होंने कई संभावित स्थानों पर तलाशी शुरू की, लेकिन रातभर की खोजबीन के बावजूद डॉक्टर का कहीं पता नहीं चला। अंततः शुक्रवार सुबह उन्हें उनके ही घर पर सुरक्षित पाया गया। 

डॉक्टर यादव ने पुलिस को बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनका अपहरण कर लिया था और उन्हें फिरौती की रकम लेकर छोड़ दिया। यह दावा सुनकर पुलिस की टीम ने तुरंत एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी। 

खजनी थाना प्रभारी अर्चना सिंह ने घटना के स्थल का निरीक्षण किया और कहा कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। लेकिन डॉक्टर यादव के बयान में संतोषजनक जवाब नहीं पाए गए हैं, जिससे मामला और ज्यादा जटिल हो गया है। डॉक्टर के इस बयान के बाद सवाल उठता है कि क्या वास्तव में उनका अपहरण हुआ था और यदि ऐसा था तो फिरौती की रकम का लेनदेन कैसे हुआ? 

पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि डॉक्टर यादव का अपहरण किसने और किस उद्देश्य से किया। इसके साथ ही इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि उन्हें सुबह क्यों छोड़ा गया। स्थानीय लोगों और चिकित्सकों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि वारदात के पीछे की सच्चाई का पता चल सके। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूरे मामले में कई संदिग्ध बातें सामने आ रही हैं। डॉक्टर यादव की स्थिति पर पुलिस को कुछ संदेह है, क्योंकि उनका बयान स्थिर नहीं है और वह सवालों का बेहतर जवाब नहीं दे पा रहे। 

पुलिस ने कहा है कि वह मामले में हर पहलू की जांच करेगी ताकि यह साफ हो सके कि क्या डॉक्टर यादव का अपहरण वास्तव में हुआ था या यह किसी और साजिश का हिस्सा था।