गोरखपुर: कॉलेज में निर्माणाधीन पोर्टिको का छज्जा गिरने से एक मजदूर की मौत, पुलिस की हिरासत में ठेकेदार, दिया गया मुकदमा दर्ज करने का आदेश

गोरखपुर के बक्शीपुर के इस्लामिया कॉलेज ऑफ कामर्स में निर्माणाधीन पोर्टिको का छज्जा गिरने से बड़ा हादसा हो गया। मलबे में दबकर एक मजदूर की मौत हो गई। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 22 September 2022, 12:48 PM IST
google-preferred

गोरखपुर: जनपद के बक्शीपुर में स्थित इस्लामिया कॉलेज ऑफ कामर्स में निर्माणाधीन पोर्टिको का छज्जा बुधवार को देर शाम भरभरा कर गिर गया। छज्जा गिरने से मलबे में दो मजदूर दब गए। कड़ी मशक्कत के बाद एक मजदूर को तुरंत निकालकर इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। वहीं जब दूसरे मजदूर को निकाला गया, तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। हादसे में कुछ अन्य लोगों के घायल होने की भी खबर आ रही है।

हादसे की जानकारी तत्काल प्रभाव से एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को दी गई। टीमों के पहुंचने के साथ ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। ढाई घंटे की मशक्कत के बाद तकरीबन रात साढ़े आठ बजे एक मजदूर को जीवित निकाला गया। मजदूर को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पता चला कि उसे पैर में फ्रैक्चर है और सीने में भी चोट लगी है।

यह भी पढ़ें: ‘महराजगंज-पाप-कांड’ के तीन साल पूरे, देखिये भ्रष्टाचारी आईएएस अमरनाथ उपाध्याय का 13 सितंबर 2019 को किया गया ‘महा-पाप’

राहत बचाव कार्य करती NDRF व SDRF की टीम

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार टीम देर रात दूसरे मजदूर के शव को निकाल पाने में सफल हो पाई। हादसे की सूचना पाकर एडीजी अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीआईजी जे. रविंद्र, नगर आयुक्त अविनाश सिंह और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर समेत कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।

मामले की जांच के लिए डीएम कृष्णा करूणेश ने नगर मजिस्ट्रेट की अगुवाई में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी में लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता व निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता को शामिल किया गया है। कमेटी को घटना की वजह व जिम्मेदारों का उत्तरदायित्व तय करते हुए तत्काल रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

ढाई घंटे तक मलबे में दबा रहा मजदूर

हादसा इतना भयावह था कि मजदूर को ढाई घंटे तक मलबे में दबे रहना पड़ा। इसके बाद SDRF व NDRF की संयुक्त टीम मजदूर को बाहर निकालने में सफल हो पाई।

यह भी पढ़ें: गोरखपुर: क्रेन की सीलिंग टूटने से हुआ बड़ा हादसा, महराजगंज के युवक की मौत, जानिये पूरा मामला

बनाया गया कॉरिडोर

हादसे के बाद बक्शीपुर से गोलघर काली मंदिर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया,  जिससे राहत-बचाव कार्य में किसी भी तरह की कोई दिक्कत न आए और एंबुलेंस आसानी से आ-जा सके।

बंद मिला प्रबंधक का मोबाइल फोन

इस भयानक हादसे के बाद पुलिस व प्रशासनिक अफसर ने जब कॉलेज प्रबंधन से बात करनी चाही तो उनसे बात नहीं हो सकी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज के प्रबंधक शोएब अहमद ने अपना फोन बंद किया हुआ है।

नक्शे की होगी जांच

कॉलेज के पोर्टिको का निर्माण जीडीए की अनुमति से कराया जा रहा था या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। कमिश्नर रवि कुमार एनजी के मुताबिक, जीडीए की टीम बुलाई गई है। इसके बाद हर बिंदु पर जांच होगी। अगर कोई चूक हुई तो इस बारे में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गड़बड़ी मिली तो विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

यह भी पढ़ें: महराजगंज निवासी और जौनपुर के BSA सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल, भीषण एक्सीडेंट के बाद लखनऊ में इलाज जारी

ठेकेदार हिरासत में

कॉलेज के छज्जे का निर्माण ठेकेदार आसिम करा रहा था। हादसे के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, निर्माण कार्यों में जरूरी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया, जो मजदूर काम कर रहे थे, उन्हें जरूरी सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे। इसके अलावा बिना हेलमेट, बूट व सुरक्षा इंतजाम के साथ काम हो रहा था। यही वजह है कि घायल मजदूर को गंभीर चोटें आई हैं।

दर्ज किया जाएगा मुकदमा

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर का कहना है कि इस मामले में लापरवाही सामने आई है। पीड़ितों के परिजनों की तहरीर पर मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। जो लोग मलबे में दबे थे, उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है। तहरीर मिलने के साथ ही मुकदमे दर्ज किया जाएगा।