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बंगाल की खाड़ी से शुरू हुआ यास चक्रवात का कहर उत्तर प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर देखा जा सकता है। गोरखपुर-बस्ती मंडल समेत पूर्वांचल के कई जिले इससे प्रभावित हो सकते हैं। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: ताउते च्रकवात के निशान अभी मिटे भी न थे कि अब यास चक्रवात के संभावित कहर ने सभी को भयभीत कर दिया है। पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों पर चक्रवाती तूफान 'यास' का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग ने 24 घंटों के भीतर चक्रवात के गंभीर तूफान में तब्दील होने की आशंका जताई है, जिससे कई राज्य प्रभावित हो सकते हैं। चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत संबंधित राज्यों और क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
चक्रवाती तूफान यास का खतरा उत्तर में भी सामने आ सकता है। यूपी के गोरखपुर-बस्ती मंडल समेत महराजगंज के साथ ही पूर्वांचल के कई जिलों में यास चक्रवात का असर पड़ सकता है। ताउते चक्रवात के समय भी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और आंधी का प्रकोप देखने को मिला था। अब यास चक्रवात के कारण भी प्रदेश के कई जिलों में ऐसा ही व्यापक प्रभाव सामने आ सकता है। इस आशंका के मद्देनजर सभी लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है।
इस बात की प्रबल आशंका जतायी जा रही है कि 'यास' तूफान उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल को भी अपनी गिरफ्त में ले सकता है। मौसम विभाग ने पूर्वांचल के आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, महराजगंज और कुशीनगर जनपद को इससे अलर्ट करते हुए इससे निपटने की तैयारी करने का सुझाव दिया है।
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि यास के कारण यूपी के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। बुधवार को यह तूफाम 155 से 160 किलोमीटर की रफ्तार से 'यास' उड़ीसा के पारादीप पर हिट करेगा। इसके प्रभाव के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी 25 से 30 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। 26 मई से बूंदाबादी शुरू हो जाएगी और फिर 27 से रूक-रूक कर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला चलेगा जो 29 मई को जाकर थमेगा।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में आंधी व तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का भी पूर्वानुमान जताया गया है।
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