

गूगल डीपमाइंड की रिसर्च ने यह दावा किया है कि 2030 तक AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों के लिए खतरनाक साबित होगा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
नई दिल्ली: गूगल डीपमाइंड के एक नए शोध पत्र में भविष्यवाणी की गई है कि मानव-स्तरीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)से लोकप्रिय रूप से आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI)रूप में जाना जाता है। 2030 तक मानवता को स्थायी रूप से नष्ट कर सकती है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अध्ययन में इस बात पर खास प्रकाश डाला गया कि, "एजीआई के व्यापक संभावित प्रभाव को देखते हुए,यह उम्मीद है कि गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।" साथ ही कहा गया कि मानव का अस्तित्व को स्थायी रूप से नष्ट कर सकते हैं। अगले 5-10 सालों में इंसानों से स्मार्ट AI आना शुरू हो जाएगी। आज के सिस्टम कई चीजें नहीं कर सकते, लेकिन आने वाले समय में इनमें सारी कैपेबिलिटीज आ जाएंगी और दुनिया आर्टिफिशियल जनरल इंटेलीजेंस (AGI) की तरफ जाना शुरू कर देगी।
क्या होता है AGI ?
AGI ऐसा सिस्टम होता है, जिसमें इंसानों की तरह कई जटिल क्षमताएं होती हैं। इसे बनाने में सबसे बड़ी चुनौती मौजूदा AI सिस्टम्स को रियल वर्ल्ड का कॉन्टेक्स्ट समझाना है। यह काम होने पर AGI को आसानी से तैयार किया जा सकता है। इनके अलावा टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का मानना है कि AGI 2026 तक उपलब्ध हो जाएगी, वहीं OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन का कहना है कि AGI के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।