

क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने वाले किसानों के लिए बड़ी राहत मिली है। अब तहसील या साइबर कैफे का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
महराजगंज: क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने वाले किसानों के लिए बड़ी राहत मिली है। किसानों की सुविधा के लिए खाद्य व रसद विभाग ने सत्यापन प्रक्रिया को सरल बना दिया है। इसी क्रम में विभाग ने 100 कुंतल से ऊपर गेहूं विक्रय पर किसानों को सत्यापन से छूट भी दे दी है। ऐसे में किसान अनुमानित उत्पादन के तीन गुने तक बिक्री कर सकेंगे, जिससे कि अभिलेखों में त्रुटि आदि से गेहूं बेचने में उन्हें परेशानी न हो।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक नई व्यवस्था के तहत अब पंजीकृत किसान सत्यापन के बिना भी 100 कुंतल तक गेहूं बेच सकते हैं।
सत्यापन के बाद कुल उत्पादकता के आधार पर उत्पादन क्षमता के मुकाबले तीन गुना तक गेहूं बेचने की सुविधा है।
जिससे किसान सत्यापन अथवा अनुमानित उत्पादन के 3 गुना तक बिक्री कर सकेंगे तथा अभिलेखों में त्रुटि इत्यादि से गेहूं बेचने में कोई परेशानी नहीं होगी। नई व्यवस्था में इस बात को सुनिश्चित किया गया है की अभिलेखों में त्रुटि के कारण किसान को उत्पादित गेहूं बेचने में असुविधा न हो।
गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या विभाग के मोबाइल ऐप UP KISHAN MITRA पर पंजीकरण-नवीनीकरण कराना होगा।
जनपद में अभी तक 1632 किसानों से कुल 5413.62 मी०टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है तथा मोबाईल क्रय केंद्रों के माध्यम से किसानों के घर से गेहूं खरीद करने की व्यवस्था की जा रही है।
किसानों को ये मिल रहीं सुविधाएं
क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने वाले किसानों को लगभग आधा दर्जन से ज्यादा सुविधाएं मिल रही है।
1. मोबाइल क्रय केंद्र से किसानों के घर-घर पहुंच रहा विभाग, सीधे खाते में 48 घंटे में किया जा रहा भुगतान
2. बिचौलियों के बगैर किसानों को 2425 एमएसपी और 20 रुपये प्रति कुंतल उतराई, छनाई व सफाई के लिए अतिरिक्त दिए जा रहे
3. सुविधा के लिए सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक क्रय केंद्रों पर की जा रही गेहूं खरीद
4. समस्या आने पर टोल फ्री नंबर 1800 1800 150 या जिला खाद्य विपणन अधिकारी के कंट्रोल
5. रूम नंबर 7839565009 या तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से भी किया जा सकता है संपर्क
6. एक तरफ कटाई चल रही है तो दूसरी तरफ मौके पर ही तौला जा रहा गेहूं
7. किसानों की सुविधा के लिए अवकाश के दिनों में भी संचालित हो रहे क्रय केंद्र
8. क्रय केंद्र पर किसानों का तत्काल कराया जा रहा पंजीकरण, बटाईदार किसानों से भी की जा रही खरीद
बोले डिप्टी आरएमओ
इस पूरे मामले में जनपद के डिप्टी आरएमओ विवेक कुमार सिंह ने डाइनामाइट न्यूज से बातचीत के दौरान बताया कि किसानों के लिए विभाग हमेशा खड़ा है।
खेत से गेहूं कटने के बाद अब किसानों को यह नहीं सोचना है कि उनकी गेहूं क्रय केंद्रों पर कैसे जाएगी। यह विभाग की जिम्मेदारी है कि किसी भी प्रकार की किसानों को परेशानी न हो।