प्रयागराज से बलिया तक गंगा खतरे के निशान से ऊपर
उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिन से मानसून के फिर से सक्रिय होने और तेज बरसात के कारण गंगा नदी प्रयागराज से बलिया तक खतरे के निशान को पार कर गई है जबकि पिछले 24 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिन से मानसून के फिर से सक्रिय होने और तेज बरसात के कारण गंगा नदी प्रयागराज से बलिया तक खतरे के निशान को पार कर गई है जबकि पिछले 24 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई।
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जल आयोग की सूचना के अनुसार मघ्यप्रदेश और राजस्थान में लगातार बरसात और बांघों से पानी छोडे जाने से प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी के किनारे बसे लोगों की परेशानी और बढा दी है। जिला प्रशासन ने रात में नावों के संचालन पर रोक लगा दी है।
Prayagraj: Houses and shops in low-lying areas of the city are partially submerged due to a rise in the water level of rivers Ganga and Yamuna due to rainfall. pic.twitter.com/4XCs7b918k
— ANI UP (@ANINewsUP) September 18, 2019
कल मंगलवार को राजस्थान के घौलपुर से चंबल में 21 लाख क्यूसेक और कोटा से पांच लाख क्यूसेक पानी छोडा गया। बाढ का पानी निचले इलाकों में रहने वालों के घरों में घुस गया है। जिला प्रशाान ने सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। आपदा प्रबन्धन की टीमें लगातार लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज रही हैं। (वार्ता)