Ganesh Chaturthi 2022: सेंट्रल जेल में गणेश चतुर्थी की धूम, हिंदू-मुस्लिम मिलकर बना रहे बप्पा की मूर्तियां

डीएन ब्यूरो

मध्य प्रदेश के इंदौर के सेंट्रल जेल में गणेश उत्सव की तैयारियां हो रही हैं। जेल में हिन्दू-मुस्लिम कैदी मिलकर गणेश प्रतिमा को सजा रहे हैं। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट



इंदौर: देश भर में गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है। हर जगह लोग गणेश महोत्सव की तैयारियों में जुटे हुए हैं। गणेश चतुर्थी की तैयारियों में पहला चरण मूर्तियां बनाने का होता है। इस समय हर तरफ मूर्तिकार अपनी गणेश प्रतिमा को अंतिम स्वरूप देने में जुटे हुए हैं।

गणेश चतुर्थी के मौके पर इंदौर के सेंट्रल जेल में भी तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। जेल के कैदी खुद ही भगवान गणेश की मूर्तियां बना रहे हैं। खास बात यह है कि कैदियों द्वारा बनाई जा रही मूर्तियां पूरी तरह से ईको फ्रेंडली हैं। ये मूर्तियां पांच तरह की मिट्टी और प्राकृतिक रंगों से बनाया जा रहा है।

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हिन्दू-मुस्लिम एक साथ बना रहे मूर्तियां

जेल में हर जाति धर्म के कैदी होते हैं। कैदियों के लिए जेल ही उनका परिवार बन जाता है, इसलिए वह साथ में मिलकर सारे त्योहार मनाते हैँ। गणेश चतुर्थी के मौके पर हिन्दू-मुस्लिम कैदी मिलकर मूर्तियां बना रहे हैं।

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कैदी बनाएंगे 250 मूर्तियां

सेंट्रल जेल अधीक्षिका अलका सोनकर ने बताया कि इस साल पहली बार कैदियों से इको फ्रेंडली मूर्तियां बनवाई जा रही हैं। इसके लिए 10 कैदियों की टीम तैयार की गई है। टीम को 250 मूर्तियां बनाने का टास्क दिया गया है। अलका ने बताया कि 100 प्रतिमाओं में फूलों और फलों के बीज भी डाले गए हैं।

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पहली बार बन रही इको फ्रेंडली मूर्तियां

जेल अधीक्षिका ने बताया कि जेल में भी गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाती है। हर साल हम बड़ी गणेश प्रतिमा बाहर से खरीद कर लाते थे। जबकि इस साल यह पहली बार होगा कि जेल में स्थापित होने वाली बड़ी प्रतिमा का निर्माण भी जेल के कैदियों द्वारा ही किया जाएगा।

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बेचने के लिए बाहर भेजी जाएंगी मूर्तियां

डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार अलका ने बताया कि कैदियों द्वारा बनाई गई भगवान गणेश की मूर्तियों को पेट्रोल पंप पर बेचने के लिए रखा जाएगा। जहां से लोग ईको फ्रेंडली मूर्तियां खरीद सकते हैं। 250 में से 100 प्रतिमाओं में फूलों और फलों के बीज भी डाले गए हैं।










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