इस शहर में होगी जी20 पर्यावरण कार्य समूह की बैठक, इन अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
जी20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह (ईसीएसडब्ल्यूजी) की तीसरी बैठक मुंबई में रविवार से शुरू होगी, जिसमें समुद्री अर्थव्यवस्था यानी ‘ब्लू इकोनॉमी’ पर मुख्य रूप से चर्चा की जाएगी। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
मुंबई: जी20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह (ईसीएसडब्ल्यूजी) की तीसरी बैठक मुंबई में रविवार से शुरू होगी, जिसमें समुद्री अर्थव्यवस्था यानी ‘ब्लू इकोनॉमी’ पर मुख्य रूप से चर्चा की जाएगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत जूहु में ‘बीच’ (समुद्र तट) की सफाई से जुड़े एक कार्यक्रम से होगी और उसके बाद ‘ओशन 20 डायलॉग’ का आयोजन किया जाएगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि ‘इंडोनेशिया प्रेसिडेंसी डायलॉग’ के दौरान शुरू हुए ‘ओशन 20’ मंच का लक्ष्य समुद्री समस्याओं के समाधान पर विचार करना और उन्हें लागू करना है।
यह भी पढ़ें |
जी20 डिजिटल अर्थव्यवस्था के तहत भारत ने इन चार देशों के साथ किया खास समझौता
उसने कहा कि इसकी निरंतरता सुनिश्चित करने और पहल को आगे बढ़ाने के लिए तीसरे ईसीएसडब्ल्यूजी में ‘ओशन 20 डायलॉग’ की मेजबानी करके भारत की अध्यक्षता सक्रिय नेतृत्व का प्रदर्शन कर रही है।
ईसीएसडब्ल्यूजी की बैठक में समुद्री अर्थव्यवस्था के तीन महत्वपूर्ण स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
मंत्रालय ने बताया कि बैठक के पहले दिन के सत्रों में समुद्री अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जाएगा और दिन का पहला सत्र विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर केंद्रित होगा।
यह भी पढ़ें |
G20 Summit: बाली में शीत युद्ध की छत्रछाया में रहा जी20 सम्मेलन, शांति पर रहा जोर, जानिये ये बड़े अपडेट
उसने कहा कि अगले सत्र में नीति, शासन एवं भागीदारी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और समापन सत्र समुद्री अर्थव्यवस्था के लिए वित्तीय तंत्र स्थापित करने पर होगा।
मंत्रालय ने बताया कि इस विचार-विमर्श का उद्देश्य महासागरों के कल्याण की दिशा में कार्य करना, उन्हें होने वाले नुकसान में कमी लाना और हमारे समुद्री संसाधनों की रक्षा के लिए सचेत प्रयास करना है।
ईसीएसडब्ल्यूजी की तीसरी बैठक में मंत्रिस्तरीय विज्ञप्ति के मसौदे पर विचार-विमर्श होगा और जी20 देशों के बीच इसे लेकर आम सहमति बनाने की दिशा में बातचीत की जाएगी। इस बैठक के सीमित उपस्थिति वाले सत्र चौथी ईसीएसडब्ल्यूजी की भावी टिप्पणी के साथ संपन्न होंगे।