DN Exclusive: महराजगंज जिले का जालसाज चढ़ा यूपी एसटीएफ के हत्थे, सरकारी नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से वसूल चुका है करोड़ों रुपये

डीएन ब्यूरो

यूपी एसटीएफ ने राजधानी लखनऊ में महराजगंज जिले के एक जालसाज समेत तीन ऐसे कुख्यातों को गिरफ्तार किया, जो नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी करते थे। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बेरोजगार नवयुवकों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे करोड़ों रूपये की ठगी करने के मामले में तीन कुख्यात शातिरों को गिरफ्तार किया। करोड़ों की ठगी करने वाले इस गिरोह के सदस्यों में महराजगंज जनपद का एक जालसाज भी शामिल है। बाकी दो अभियुक्तों में एक लखनऊ और एक दिल्ली निवासी है। एसटीएफ ने सभी को जेल भेज दिया है।

एसटीएफ ने नौकरी के नाम पर युवाओं से करोड़ों की ठगी में महराजगंज के जिस जालसाज को गिरफ्तार किया, वह कई नामों से जाना जाता है। इस शातिर की पहचान धर्मवीर सिंह उर्फ अजय सिंह उर्फ धीरू पुत्र योगेन्द्र सिंह निवासी बरवां द्वारिका, पोस्ट सिसवां बाजार, थाना कोठीभार, जनपद महाराजगंज के रूप में की गई। 

गिरफ्तार अभियुक्त धर्मवीर सिंह पर थाना कोतवाली देहात जनपद हरदोई से 10 हजार रुपये का इनाम घोषित है। अभियुक्त धर्मवीर सिंह उर्फ अजय सिंह इन दिनों में लखनऊ में प्लाट नं. 106/02 सावित्रीपुरम, न्यू आधारखेडा, थाना गुडम्बा, में रह रहा था। 

धोखाधड़ी में गिरफ्तार अन्य सदस्यों की पहचान विजय कुमार मण्डल पुत्र बैजनाथ प्रसाद निवासी आलमबाग, थाना कृष्णानगर, लखनऊ और आकाश कुमार पुत्र मैनेजर राम निवासी स्वरूप नगर, नार्थ वेस्ट दिल्ली शामिल है। 

करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले गैंग का सरगना विजय कुमार मण्डल है, जो यूपी सचिवालय कर्मी है। धर्मवीर सिंह पर थाना कोतवाली देहात जनपद हरदोई से 10 हजार रुपये का इनाम घोषित है। इन दोनों को आकाश कुमार के साथ कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया गया। 

गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 6 अदद मोबाइल फोन, 1 अदद कूटरचित आईडी कार्ड सहायक समीक्षा अधिकारी, यूपी सचिवालय, विभिन्न पदों के 8  अदद नियुक्ति पत्र, 22 व्यक्तियों के मूल शैक्षिक प्रमाण-पत्र व अंक पत्र, 1 फर्जी आधार-कार्ड, 1 अदद फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, 2 पैन कार्ड समेत कई चीजें बरामद की गई। 










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