Rajasthan: आरक्षण के लिए माली समुदाय का प्रदर्शन जारी, भरतपुर में मोबाइल सेवाएं निलंबित

राजस्थान में भरतपुर जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रही, क्योंकि सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में अलग से 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर माली समुदाय के लोगों ने लगातार तीसरे दिन जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध रखा।

Updated : 23 April 2023, 8:38 PM IST
google-preferred

भरतपुर: राजस्थान में भरतपुर जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रही, क्योंकि सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में अलग से 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर माली समुदाय के लोगों ने लगातार तीसरे दिन जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध रखा।

पुलिस ने कहा कि रविवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थल पर इकट्ठा होने लगे और अपने नेता मुरारी लाल सैनी की रिहाई की मांग करने लगे, जिन्हें आंदोलन से पहले छह अन्य लोगों के साथ हिरासत में लिया गया था।

फुले आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष सीपी सैनी ने कहा कि अगर राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा करने में विफल रहती है, तो वे जयपुर-दिल्ली राजमार्ग को भी अवरुद्ध कर देंगे।

उन्होंने कहा, 'हम पूरे राज्य में 'चक्का जाम' भी कर सकते हैं।'

माली समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में आता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इसी समुदाय के हैं।

प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को भरतपुर में जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया था। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे।

भरतपुर मंडलायुक्त सांवरमल वर्मा ने कहा, 'स्थिति नियंत्रण में है। हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत भी की जा रही है।'

उन्होंने कहा कि वैर, नदबई तथा भुसावर में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर निलंबन को आधी रात तक के लिए बढ़ा दिया गया है, जिसे और बढ़ाए जाने की संभावना है।

समुदाय 12 प्रतिशत आरक्षण के अलावा एक अलग लव कुश कल्याण बोर्ड के गठन और समुदाय के बच्चों के लिए छात्रावास की सुविधा की मांग कर रहा है।

कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने हाल ही में महात्मा ज्योतिबा फुले कल्याण बोर्ड का गठन किया था और समाज सुधारक के जन्मदिन पर 19 अप्रैल को राजकीय अवकाश घोषित किया था। समुदाय ने जून 2022 में इसी तरह का विरोध किया था, जो आश्वासन के बाद समाप्त हो गया था।

Published : 
  • 23 April 2023, 8:38 PM IST

Related News

No related posts found.