Crime News: 17 साल की किशोर के साथ गैंगरेप, बेबस खड़ा देखता रहा बॉयफ्रेंड, जानें पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

अजमेर से अपने पुरुष मित्र के साथ भागी 17 वर्षीय दलित किशोरी के साथ रविवार सुबह जोधपुर में तीन लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। इससे पहले उन्होंने पुरुष साथी की कथित पिटाई भी की गई थी। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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जोधपुर/जयपुर: अजमेर से अपने पुरुष मित्र के साथ भागी 17 वर्षीय दलित किशोरी के साथ रविवार सुबह जोधपुर में तीन लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। इससे पहले उन्होंने पुरुष साथी की कथित पिटाई भी की गई थी। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किशोरी के साथ उसके पुरुष मित्र के सामने सामूहिक बलात्कार करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि घटना सुबह करीब 4 बजे पुराने जेएनवी विश्वविद्यालय परिसर के हॉकी ग्राउंड में हुई।

अधिकारी ने बताया कि सामूहिक बलात्कार के तीनों आरोपी एक छात्र नेता के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे, जो छात्र संघ चुनाव के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से टिकट पाने को प्रयासरत है।

हालांकि, एबीवीपी ने कहा कि आरोपी का उससे कोई संबंध नहीं है।

अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने गृह नगर जोधपुर में हुई घटना के बारे में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा से बात की और उन्हें आरोपियों को सख्त सजा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

गहलोत ने कहा कि पुलिस ने जिस तत्परता से आरोपियों को गिरफ्तार किया वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाकर पीड़िता को न्याय दिलाएगी।

युवती शनिवार को अजमेर से अपने पुरुष मित्र के साथ भागी थी। दोनों ने बस के जरिये अजमेर से रात करीब साढ़े 10 बजे जोधपुर पहुंचे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता दुहान ने बताया कि बाद में वे कमरा लेने के लिए एक गेस्ट हाउस में गए, लेकिन वहां केयरटेकर सुरेश जाट ने युवती के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद वे वहां से चले गए।

इसके बाद दोनों पावाटा चौराहा पहुंचे जहां तीन आरोपी - समंदर सिंह भाटी, धर्मपाल सिंह और भट्टम सिंह (उम्र 20-22) - उनके पास आए।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने युवती और उसके पुरुष मित्र से दोस्ती की और उन्हें खाना और कोल्ड ड्रिंक की पेशकश की। जब युवती और उसके पुरुष मित्र ने आरोपियों को अपने बारे में बताया तो तीनों ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया।

दुहान ने बताया कि सुबह करीब चार बजे आरोपी उन्हें रेलवे स्टेशन ले जाने के बहाने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू) के पुराने परिसर स्थित हॉकी मैदान में ले गये।

उन्होंने बताया कि वहां पहुंचने के बाद, उन्होंने युवक की पिटाई की और उसे बंधक बना लिया और युवती के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया।

उन्होंने बताया कि जैसे ही सुबह की सैर करने वाले लोग परिसर में पहुंचने लगे, आरोपी वहां से भाग गए। उन्होंने बताया कि युवती के पुरुष मित्र ने सुबह की सैर करने वालों से मदद मांगी जिसके बाद पुलिस को सूचित किया।

दुहान ने बताया कि पुलिस हरकत में आई और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। श्वान दस्ते और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम भी मौके पर पहुंची।

घटना के कुछ घंटों बाद आरोपियों के जोधपुर के रातानाडा के पास गणेशपुरा में एक मकान में होने की सूचना मिली। उन्होंने भागने की कोशिश की लेकिन गिरकर घायल हो गए।

दुहान ने कहा कि भागने की कोशिश में उनमें से दो के पैर टूट गए, जबकि तीसरे को हाथ में चोट लगी।

उन्होंने कहा, 'हमने इलाज के बाद उन सभी को गिरफ्तार कर लिया।'

अधिकारी ने कहा कि समंदर सिंह जेएनवी विश्वविद्यालयमें प्रथम वर्ष का छात्र है, धर्मपाल सिंह जेएनवीयू में स्नातकोत्तर छात्र है और भट्टम सिंह अजमेर से बीएड कर रहा है।

पुलिस ने बताया कि उन्होंने युवती के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में गेस्ट हाउस के केयरटेकर को भी गिरफ्तार किया है।

घटना से कुछ घंटे पहले राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक बैठक की थी।

पुलिस ने बताया कि दोनों घटनाओं (गेस्ट हाउस में दुर्व्यवहार और हॉकी मैदान में सामूहिक दुष्कर्म) का उल्लेख करते हुए एक प्राथमिकी स्थानीय पुलिस थाने में पॉक्सो अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है।

डीसीपी दुहान ने बताया कि तीनों आरोपी एक छात्र नेता के लिए प्रचार कर रहे थे जो छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी का टिकट प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है।

हालांकि, एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव हुशियार मीना ने कहा कि आरोपियों का छात्र समूह से कोई संबंध नहीं है।

उन्होंने दावा किया, 'एबीवीपी आरोपियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग करती है। राजस्थान की कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है और कांग्रेस सरकार द्वारा विश्वविद्यालय परिसरों की सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है।'

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है।

गहलोत ने कहा, ‘‘जोधपुर और मध्य प्रदेश के दतिया में रेप की घटनाओं में भाजपा और उनके संगठनों से संबद्ध लोगों की सहभागिता की खबरें आ रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी घटनाओं से भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो चुका है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इन घटनाओं पर मौन रहे और इन घटनाओं की निंदा तक नहीं की जो महिला सुरक्षा पर भाजपा की गंभीरता का परिचायक है।’’

उन्होंने ट्वीट में आगे कहा, ‘‘ आरोपी चाहे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हो प्रदेश सरकार मासूम बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए दोषियों को कठोरतम सजा दिलाएगी।’’

जयपुर में कांग्रेस से संबद्ध भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि छात्र समूह सोमवार को एबीवीपी के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन देगा।

उन्होंने कहा, 'यह घटना मानवता पर कलंक है। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। हम एबीवीपी की प्रदूषित विचारधारा के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।'

कांग्रेस नेता और समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने जयपुर में कहा कि आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने तत्परता के साथ कार्यवाही करते हुए 180 मिनट में गिरफ्तार कर राजस्थान में अपराधों के विरूद्ध सजगता के साथ कार्रवाई करने की राजस्थान सरकार की नीति का परिचय दिया है।










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