सूडान में सेना व अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्ष, एक भारतीय समेत 61 लोगों की मौत

डीएन ब्यूरो

सूडान की राजधानी खार्तूम और अन्य इलाकों में शनिवार से सेना तथा अर्द्धसैनिक बल के बीच जारी संघर्ष में एक भारतीय समेत कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई है।

सेना व अर्द्धसैनिक (फ़ाइल)
सेना व अर्द्धसैनिक (फ़ाइल)


सूडान: राजधानी खार्तूम और अन्य इलाकों में शनिवार से सेना तथा अर्द्धसैनिक बल के बीच जारी संघर्ष में एक भारतीय समेत कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई है।

डॉक्टरों के एक संगठन ने रविवार को बताया कि हिंसा में कम से कम 670 लोग जख्मी हुए हैं। इस संघर्ष से लोकतंत्र बहाल करने की उम्मीदों को एक बार फिर झटका लगा है।

संगठन के मुताबिक, रविवार को पांच आम लोगों की मौत हो गई जबकि 78 लोग घायल हुए।

राजधानी खार्तूम , नजदीक के ओमदुरमन एवं अन्य स्थानों पर रविवार को भीषण लड़ाई जारी रही, जिसमें बख्तरबंद वाहनों, लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया।

सेना और उसके पूर्व साझेदार तथा अब प्रतिद्वंद्वी रैपिड सपोर्ट फोर्स समूह (आरएसएफ) के बीच महीनों के तनाव के बाद संघर्ष हुआ है।

अब्दुल फतह अल बुरहान के नेतृत्व वाली सेना ने एक बयान में आरएसएफ के साथ बातचीत से इनकार करते हुए इसे भंग करने की बात कही है और इसे ‘बागी मिलिशिया’ करार दिया है।

वहीं, अर्द्धसैनिक समूह ‘आरएसएफ’ ने सशस्त्र बलों के प्रमुख को ‘अपराधी’ बताया है। वर्ष 2021 में देश में तख्तापलट हुआ था और अब इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि दोनों के बीच संघर्ष जारी रह सकता है।

जनरल मोहम्मद हमदान दागलो की अगुवाई वाले आरएसएफ का सशस्त्र बलों में एकीकरण को लेकर सहमति न बन पाने की वजह से यह तनाव उत्पन्न हुआ है।

हिंसा शनिवार सुबह शुरू हुई। राजधानी खार्तूम में अराजक स्थिति है, जहां लड़ाके ट्रक पर रखी मशीन गन से अंधाधुंध गोलीबारी कर रहे हैं। सेना ने शनिवार शाम एक बयान में बताया था कि उसके सैनिकों ने उम्म दुरमान शहर स्थित आरएसएफ के सभी अड्डों पर कब्जा कर लिया है, जबकि लोगों ने बताया कि राजधानी के आसपास अर्द्धसैनिक बल की चौकियों पर हवाई हमले किए गए हैं।

सैन्य मुख्यालय के समीप रहने वाले एक प्रमुख मानवाधिकार वादी वकील तहानी अबास ने कहा , ‘‘लड़ाई अभी रुकी नहीं है।’’

सेना और आरएसएफ ने खार्तूम और अन्य स्थानों पर रणनीतिक जगहों पर अपने नियंत्रण में होने का दावा किया है, लेकिन उनके दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्ट नहीं हो पायी है।

इस बीच, खार्तूम में भारतीय दूतावास ने बताया कि मृतकों में एक भारतीय भी शामिल है, जिसकी पहचान अल्बर्ट ऑगस्टाइन के तौर पर हुई है। वह सूडान में डल ग्रुप कंपनी में काम करता था।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारतीय नागरिक की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि खार्तूम की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और भारत उस देश के घटनाक्रमों पर नजर रखेगा।

भारतीय मिशन ने ट्वीट किया, “बताया गया है कि सूडान में डल ग्रुप कंपनी में काम करने वाले भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन को कल एक गोली लगी थी, जिस वजह से उनकी मौत हो गई।”

उसने कहा, “दूतावास आगे की व्यवस्था करने के लिए परिवार और चिकित्सा अधिकारियों के संपर्क में है।”

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह भारतीय नागरिक की मौत से ‘बहुत दुखी’ हैं।

उन्होंने ट्वीट किया, “दूतावास परिवार को पूरी सहायता देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।”

इस बीच, कूटनीतिक दबाव बढ़ता दिखाई दिया। अमेरिकी विदेश मंत्री, संयुक्त राष्ट्र महासचिव, यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख, अरब लीग के प्रमुख और अफ्रीकी संघ आयोग के प्रमुख सहित शीर्ष राजनयिकों ने दोनों पक्षों से लड़ाई बंद करने का आग्रह किया।










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