असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों ने की मुलाकात, इस ज्वलंत मुद्दे पर हुई बात

डीएन ब्यूरो

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा से बुधवार को मुलाकात की और सीमा पर शेष छह क्षेत्रों में दो पूर्वोत्तर पड़ोसियों के बीच विवादों को हल करने के लिए विचार-विमर्श किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

असम, मेघालय के मुख्यमंत्रियों ने सीमा विवाद पर की चर्चा
असम, मेघालय के मुख्यमंत्रियों ने सीमा विवाद पर की चर्चा


गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा से बुधवार को मुलाकात की और सीमा पर शेष छह क्षेत्रों में दो पूर्वोत्तर पड़ोसियों के बीच विवादों को हल करने के लिए विचार-विमर्श किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में शर्मा ने घोषणा की कि वह संगमा के साथ अगले महीने असम के कार्बी आंगलोंग और मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स में विवादित क्षेत्रों का दौरा करेंगे, जहां समस्या ‘‘थोड़ी जटिल’’ है।

शर्मा ने कहा, ‘‘ हम संयुक्त रूप से जून के अंत में कार्बी आंगलोंग और पश्चिम जयंतिया हिल्स जिलों का दौरा करेंगे क्योंकि वहां कुछ अशांति है। यह एक विश्वास-निर्माण उपाय होगा ताकि दोनों पक्षों के लोगों को यह भरोसा दिलाया जा सके कि हम मतभेदों को सुलझा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि बातचीत, आपसी विश्वास और भरोसे के जरिए हम विवादित अन्य छह क्षेत्रों को लेकर मतभेदों को काफी पहले सुलझा लेंगे।’’

संगमा ने कहा कि हालांकि इन छह क्षेत्रों में मतभेद ‘‘जटिल’’ हैं, लेकिन इन्हें भी विश्वास और दोस्ती की भावना से सुलझाया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ चीजें जटिल हैं लेकिन हमारा मानना है कि जहां चाह होती है, तो वहां रास्ता अपने आप बन जाता है।’’

संगमा ने कहा कि जिन छह क्षेत्रों के लिए पिछले साल पहले चरण में दोनों राज्यों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, उनमें सर्वेक्षण तथा अन्य संबद्ध कार्य चल रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने विभिन्न विभागों और भारतीय सर्वेक्षण विभाग से पहले छह क्षेत्रों में काम जारी रखने को कहा है।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या शेष छह क्षेत्रों में समाधान खोजने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित की गई है? शर्मा ने कहा, ‘‘ ये छह क्षेत्र थोड़े जटिल हैं, समय सीमा तय करना उचित विचार नहीं है लेकिन हम काम की प्रगति की समीक्षा के लिए जुलाई में मिलेंगे।’’

मेघालय, असम से अलग होकर 1972 में नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था, तभी से दोनों राज्यों के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा है। असम और मेघालय 884.9 किलोमीटर लंबी अंतरराज्यीय सीमा साझा करते हैं।










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