

ब्रिस्बेन में आज तीसरे दिन में पिच पर भारतीय खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने कमाल दिखाया है। दोनों खिलाड़ियों की जोड़ी ने 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
ब्रिस्बेनः ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट के तीसरे दिन भारत के वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने कमाल कर दिया। इस जोड़ी ने भारतीय टीम की पारी तो संभालते हुए एक बेहद खास रिकॉर्ड भी तोड़ा है।
भारत ने एक समय अपने छह विकेट 186 रन पर गंवा दिए थे और तब लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया बड़ी बढ़त लेने में कामयाब हो जाएगा लेकिन आखिरी चार बल्लेबाजों ने 150 रन जोड़कर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। सुंदर और ठाकुर ने सातवें विकेट के लिए 123 रन की शानदार साझेदारी कर भारत को संकट से उबार लिया। ऑफ स्पिन आलराउंडर सुंदर ने 144 गेंदों पर 62 रन की पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि तेज गेंदबाज ठाकुर ने आक्रामक तेवरों के साथ 115 गेंदों पर 67 रन में नौ चौके और दो छक्के लगाए।
Two special half centuries ????
One special partnership ????The highest 7th-wicket stand for an Indian pair at the Gabba ?️?#AUSvIND pic.twitter.com/eodDc91wZK
— BCCI (@BCCI) January 17, 2021
दसवें नंबर के बल्लेबाज मोहम्मद सिराज ने भी उपयोगी योगदान देते 10 गेंदों पर 13 रन में दो चौके लगाए। चोटिल तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने 14 गेंदों पर पांच रन में एक चौका लगाया। आखिरी बल्लेबाज टी नटराजन नौ गेंदों पर एक रन बनाकर नाबाद रहे।
इसके साथ ही सुंदर और ठाकुर गाबा में टेस्ट मैच में सातवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी करने वाली भारतीय जोड़ी बन गई है। ब्रिस्बेन के मैदान पर इससे पहले सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड कपिल देव और मनोज प्रभाकर के नाम था। साल 1991 में कपिल और प्रभाकर ने गाबा की पिच पर सातवें विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी की थी। इसके बाद तीसरे नंबर पर महेंद्र सिंह धोनी और रविचंद्रन अश्विन का नाम आता है। इन दोनों ने 2014 में सातवें विकेट के लिए 57 रन जोड़े थे।