

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन नेताओं पर एक बार फिर भरोसा जताया था जो पिछली सरकार में मंत्री थे और चुनाव हार गए थे। राज्य में जारी मतगणना के रुझानों में इनमें से पांच उम्मीदवार आगे हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन नेताओं पर एक बार फिर भरोसा जताया था जो पिछली सरकार में मंत्री थे और चुनाव हार गए थे। राज्य में जारी मतगणना के रुझानों में इनमें से पांच उम्मीदवार आगे हैं।
पिछली भाजपा सरकार के पांच मंत्री जो 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे और इस बार पार्टी ने उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया था, वह रुझानों में अपनी-अपनी सीटों पर आगे चल रहे हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार भैयालाल राजवाड़े (बैकुंठपुर), अमर अग्रवाल (बिलासपुर), राजेश मूणत (रायपुर शहर पश्चिम), केदार कश्यप (नारायणपुर) और दयालदास बघेल (नवागढ़) भाजपा के वे वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हैं जो 2018 विधानसभा चुनाव हार गए थे लेकिन इस बार पार्टी ने फिर उनपर भरोसा जताया था। ये नेता कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से आगे हैं।
#ElectionResults: छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने की ओर भाजपा अग्रसर, रुझानों में पिछड़ी कांग्रेस
कुल सीटें: 90
BJP: 55
Congress: 32
GGP: 01
BSP: 01
CPI: 01#ResultsOnDynamiteNews#AssemblyElections2023#ChhattisgarhElections2023 pic.twitter.com/em0qZmjEDF— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) December 3, 2023
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा के दो अन्य नेता और पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे (भिलाई नगर) और महेश गागड़ा (बीजापुर) को पिछला चुनाव हारने के बावजूद इस बार फिर से उम्मीदवार बनाया गया था, वे अपनी-अपनी सीट पर पीछे हैं।
राज्य में भाजपा के 13 विधायकों में से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर शहर दक्षिण), वरिष्ठ नेता पुन्नूलाल मोहिले और अजय चंद्राकर (कुरुद) अपनी-अपनी सीट से आगे हैं।