छत्तीसगढ़ः मतदान के बीच सुरक्षाबलों और नक्सलियों में मुठभेड़, दो कमांडो घायल

डीएन ब्यूरो

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में हो रहे मतदान के बीच सुरक्षाबलों और नक्सलियों में मुठभेड़ जारी है। यहां बीजापुर में नक्सलियों के हमले में 2 कमांडो घायल हो गये हैं। हालांकि मतदान केंद्र पूरी तरह से सुरक्षित है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें, किस तरह सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के मंसूबों को किया ढेर

छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिये वोटिंग
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिये वोटिंग


रायपुरः छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिये पहले चरण के मतदान के बीच बीजापुर में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ से यहां थोड़ी देर के लिये अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। बीजापुर के पामेड इलाके में दोपहर 12.20 बजे मतदान के बीच सुरक्षाबलों और नक्सलियों में मुठभेड़ शुरू हो गयी। इस दौरान दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। नक्सलियों के इस हमले में दो कोबरा कमांडो घायल हो गये हैं। सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और मतदान केंद्र पर हमले की उनकी मंसा पर पानी फेर दिया।   

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मतदान केंद्रों पर सुरक्षा- व्यवस्था कड़ी 

 

राज्य में पहले चरण के विधानसभा मतदान के लिये नक्सल- प्रभावित जिलों में वोटिंग चल रही है। यहां 18 विधानसभा की सीटों के लिये मतदान सुबह से जारी है। मतदाता भी भारी संख्या में मतदान केंद्रों में वोटिंग करने के लिये पहुंच रहे हैं। इनमें खासतौर पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा दिख रही है।   

 

 

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सुरक्षाबलों की विशेषतौर पर तैनाती ऐसे नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर की गई है जो अतिसंवेदनशील बताये जा रहे हैं। इनमें बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बीजापुर और सुकमा आदि जिलों की विधानसभाओं में सुबह से ही मतदाता वोट करने के लिये पहुंच रहे हैं। यहां विशेषतौर पर सुरक्षा व्यवस्था के चांक-चौबंद किये गये हैं।      

 

अपने वोटर कार्ड दिखाते मतदाता

 

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इन जगहों पर नक्सली मतदान प्रक्रिया को बाधित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं जिस पर सुरक्षाबलों की पूरी नजर बनी हुई है। यहां शांतीपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिये लगभग एक लाख सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। बता दें कि मतदान को लेकर राज्य के नक्सल प्रभावित अंदरूनी क्षेत्रों के लिये 650 मतदान दलों को हेलीकॉप्टर की मदद से भेजा गया है। यहां वायु सेना, बीएसएफ और निजी हेलीकॉप्टरों की सेवायें ली जा रही है। साथ ही नक्सलियों से निपटने के लिये विशेष दस्ते को कड़ा  प्रशिक्षण दिया गया है ताकी किसी भी स्थिति से निटपने के लिये सुरक्षा दस्ता मुस्तैद रहे।

 

 










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