Chhath Pooja: उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का हुआ समापन
उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का समापन हो गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।
नई दिल्ली: छठ पर्व के आज अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ के चौथे दिन को ऊषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है। बता दें कि कार्तिक (Kartik) माह की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन छठ पूजा की जाती है। यह पूजा भगवान सूर्य और उनकी पत्नी ऊषा को समर्पित होती है।
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घाटों पर श्रद्धालु कर रहे छठ पूजा के अनुष्ठान
छठ पूजा के अनुष्ठानों में दूध, जल, ठेकुआ और पांच प्रकार के मौसमी फल अर्पित किये जाते हैं। इसमें गन्ना अनिवार्य रूप से शामिल है। छठ पर्व पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बृहस्पतिवार देर शाम हरिद्वार (Haridwar) में हर की पौड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जमा हुए। व्रती महिलाओं और पुरुषों ने पानी में खड़े होकर सूर्य देव को फल, सब्जी और खाने की सामग्री अर्पित की। साथ ही अपने प्रियजनों की प्रसन्नता और समृद्धि की कामना की।
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यूपी और बिहार में छठ एक विशेष त्योहार
पारंपरिक तौर पर छठ पूजा (Chhath Pooja) पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मनाया जाता है। पिछले कुछ सालों में छठ का विस्तार देश के अन्य हिस्सों में भी हो गई है, जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की अच्छी संख्या है।