Chardham Yatra: प्रतिबंध के बाद भी तीर्थयात्रियों के रील बनाने के कई मामले आये सामने, फर्जी रजिस्ट्रेशन का भी खुलासा

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में रील बनाने वालों पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस ने इस पर एक्शन लेते हुए 130 से ज्यादा लोगों पर एक्शन लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

तीर्थयात्रियों के रील बनाने वालों पर प्रतिबंध
तीर्थयात्रियों के रील बनाने वालों पर प्रतिबंध


नई दिल्ली: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में रील बनाने वालों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उसके बावजूद लोग रील बना रहे हैं। पुलिस ने इस पर एक्शन लेते हुए 130 से ज्यादा लोगों पर एक्शन लिया है। सामने आया है कि चारधाम यात्रा के लिए लोगों ने फर्जी रजिस्ट्रेशन भी किए हैं।  

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान धामों के 50 मीटर के दायरे में यात्रियों द्वारा रील बनाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, बावजूद इसके लोग रील बना रहे हैं। इस मामले में डीजीपी की सख्ती के बाद अब उत्तराखंड पुलिस रील बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है।

चारधाम यात्रा के दौरान रील बनाने वालों का मोबाइल लेकर उनकी रील डिलीट की जाती है और उन पर जुर्माना भी लगाया जाता है।  इसके अलावा गढ़वाल आईजी करन सिंह नगन्याल ने बताया कि चमोली जिले में अब तक 70 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। 

इसी तरह केदारनाथ मार्ग पर भी 66 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं. यह सख्ती यात्रियों को धार्मिक स्थलों की मर्यादा बनाए रखने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से की जा रही है।

सामने आए फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले 

चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से हो चुकी है। यात्रियों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। हालांकि बढ़ती भीड़ के कारण फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले भी सामने आ रहे हैं। 

इस मामले में आईजी गढ़वाल ने बताया कि कुछ तत्व एप में एडिट करके फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। अब तक हरिद्वार, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में फर्जी रजिस्ट्रेशन के 45 मामले दर्ज किए गए हैं। 

उन्होंने बताया कि इन मामलों की जांच चल रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 










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